जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद राज्य में सुरक्षा एजेंसियों की चौकस निगरानी के कारण घुस’पैठ करने में नाकाम रहने वाले पाकिस्तानी आतं’कवा’दी अब भारत में घुस’पैठ के लिए नए रास्ते तलाश रहे हैं। सुरक्षा एजेंसियों ने आगाह किया है कि आतंकवादी संगठन लश्’कर-ए-तैय’बा के 6 आ’तंकी श्रीलंका के रास्ते तमिलनाडु के कोयंबटूर में घुस गए हैं। आतंकियों के घुसपैठ की सूचना के बाद राज्य में हा’ई अल’र्ट घो’षित कर दिया गया है।
सूत्रों के मुताबिक ये आतं’कवादी श्रीलंका के रास्ते भारत में प्रवेश किए हैं। इन 6 आतंकवादियों में एक पाकिस्तानी और एक श्रीलंका का तमिल आतं’की है। ये सभी आतंकवादी मु’स्लिम हैं लेकिन उन्होंने हिंदुओं की तरह से वेशभूषा धारण कर रखा है। लश्कर आतं’कवादि’यों ने तिलक और भभूत लगा रखा है। अलर्ट को देखते हुए राजधानी चेन्नै समेत पूरे राज्य में हा’ई अल’र्ट घोषित कर दिया गया है।
चेन्नै में सुरक्षाकर्मियों ने गश्त बढ़ा दी है और महत्वपूर्ण स्थानों पर पुलिसक’र्मियों की संख्या बढ़ा दी गई है। इसके अलावा क्यूआरटी टीम को भी तैनात किया गया है। प्रमुख चौराहों पर सुरक्षाकर्मी लोगों की जांच कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि लश्कर के आतं’कवा’दियों को श्रीलंका के कुछ लोगों ने भारत में घुसने में मदद की है।
इससे पहले जम्मू-कश्मीर पुलिस के महानिदेशक दिलबाग सिंह ने बुधवार को कहा था कि घाटी में आं’तक विरोधी ऑपरेशन जारी रहेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि आ’तंकि’यों को अलग-थलग करने और उनर दबाव बनाने के लिए हम काम करते रहेंगे। उन्होंने ये बातें बारामुला में हुए एनकाउंटर के बाद कहीं। बता दें कि अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के बाद घाटी में हुई यह पहली मुठभेड़ थी।
डीजीपी दिलबाग सिंह ने कहा, ‘घाटी में कानून व्यवस्था सुधारने के लिए मजबूत कदम उठाए जा गए हैं। लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हम काम कर रहे हैं।’ उन्होंने चे’तावनी दी कि शांति भंग करने और लोगों में अ’शांति फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी से क’ड़ी कार्यवाही की जाएगी। बारामुला एनका’उंटर में मारे गए आ’तंकी की पहचान मोमिन गोजरी के रूप में हुई है, जोकि बारामुला का ही निवासी था।
-एजेंसियां