भारत द्वारा जम्मू कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा हटाने के बाद से लगातार खिलाफत कर रहे पाकिस्तान ने एक बार फिर से हिन्द के खिलाफ में कदम उठाया है। अब पाकिस्तान सरकार ने भारतीय फिल्मों की बिक्री पर रोक लगा दी है और अनुच्छेद 370 खत्म होने के बाद शुक्रवार को टेलीविजन चैनलों पर भारत निर्मित उत्पादों के विज्ञापनों पर भी प्रतिबंध लगा दिया है।
पाकिस्तान में सूचना एंव प्रसारण पर प्रधानमंत्री के विशेष सहायक, फिरदौस आशिक एवान ने गुरुवार को कहा कि हमने भारतीय फिल्मों पर रोक लगाने के लिए सीडी की दुकानों पर कार्रवाई शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि आंतरिक मंत्रालय ने इस्लामाबाद में कार्रवाई शुरू कर दी है और जल्द ही देश के बाकी हिस्सों में भी ये कार्रवाई शुरू करने वाले है।
पाकिस्तान के डॉन मीडिया से बातचीत के दौरान फिरदौस आशिक एवान ने कहा कि आंतरिक मंत्रालय ने इस्लामाबाद में कुछ दुकानों पर छापेमारी भी की और भारतीय फिल्मों की सीडी को जब्त कर लिया। इस बीच, पाकिस्तान इलेक्ट्रॉनिक मीडिया रेगुलेटरी अथॉरिटी (पेमरा) ने टेलीविजन और रेडियो नेटवर्क पर भारत के उत्पादों के विज्ञापनों पर रोक लगा दी है।
बुधवार को पेमरा के ट्विटर अकाउंट पर पोस्ट किए गए पत्र में कहा गया कि अपने सभी टेलीविजन और रेडियो लाइसेंसधारियों को भेजे गए एक पत्र में, प्राधिकरण ने याद दिलाया कि उसने अक्टूबर 2018 में सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर भारतीय चैनलों और सामग्री को प्रसारित करने की अनुमति वापस ले ली थी।
हालांकि, यह देखा गया है कि विभिन्न उत्पादों के विज्ञापन बहुराष्ट्रीय, जो या तो भारत में निर्मित होते हैं या जिनमें भारतीय कलाकार होते हैं। उन्हें इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पर प्रसारित किया जा रहा है।