बिहार कई ऐसे युवा हैं जिनके पास अच्छी शिक्षा तो हैं लेकिन उनके हाथों में नौकरी नहीं हैं. लेकिन अब इन शिक्षित बेरोजगार युवाओं के लिए एक अच्छी खबर आई है. क्योंकि रेलवे इनकी इस समस्या का हल निकालने जा रही है. बता दें कि रेलवे में ई-श्रेणी के स्टेशनों पर अब सिर्फ टिकट बुकिंग एजेंट रखने का ऐलान किया है. इन एजेंटों की बहाली अनुबंध के आधार पर होगी. जिनमें शिक्षित बेरोजगारों को प्राथमिकता दी जाएगी.
जिन 50 स्टेशनों पर पहले बुकिंग एजेंट तैनात किए गए हैं, उनके काम से रेलवे संतुष्ट है. जानकारी के अनुसार एक बुकिंग एजेंट को प्रति टिकट एक रुपये का कमीशन दिया जाएगा. ई श्रेणी के स्टेशन पर प्रतिमाह 10 से 15 हजार तक टिकट की बुकिंग की जाती है. ऐसे में कोई शिक्षित बेरोजगार एजेंट बनता है तो उसे महीने में 10-15 हजार रुपये बतौर कमीशन मिल जाएंगे.
काउंटर और कंप्यूटर रेलवे देगी
जिन स्टेशनों पर एजेंट नियुक्त करने का फैसला लिया गया है उनमें प्रमुख रूप से गहमर, बेला, वरुणा, अथमलगोला, हरनौत, बनाही, बंकाघाट, चाकंद, मखदुमपुर, तारेगना, नादौल, पुनपुन, चौसा, मोर, करौटा, ताड़ीघाट, सकलडीहा, बाघीबघडिहा, राजेन्द्र पुल, सिलाव, पंडारक, कोईलवर, सदीसोपुर, नेउरा, मनकट्ठा, नवादा, बेना आदि शामिल हैं. इन स्टेशनों पर काउंटर, कंप्यूटर और यूपीएस रेलवे का होगा.
सभी ई क्लास के स्टेशनों पर तैनात सहायक स्टेशन मास्टरों को बुकिंग कार्य से हटाकर केवल अब ट्रेनों के परिचालन तक सीमित किया जाएगा. पहले इस श्रेणी के स्टेशनों पर सहायक स्टेशन मास्टर ही अनारक्षित टिकट देते थे. जबकि इनका मुख्य काम परिचालन होता है. जिन स्टेशनों की सालाना आय 60 लाख से कम है, वहां स्टेशन टिकट बुकिंग एजेंट की व्यवस्था की जा रही है.