अभी अभी बिहार में राजधानी एक्सप्रेस के साथ एक बड़ी दुर्घटना होते होते बची. नहीं तो आज हजारों लोगों की जान जा सकती थी, हाहाकार मच सकता है. गनीमत रही कि ड्राईवर ने ऐन मौके पर अपने विवेक से काम लिया और एक बड़े खतरे को किसी तरह से टाल दिया. हालांकि अभी यात्रियों के बीच इस खबर से दहशत का माहौल हैं.
खगड़िया कटिहार रेलखंड के चैधा बन्नी हाल्ट के समीप राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन गुरूवार को दुर्घटनाग्रस्त होने से बाल-बाल बच गई. दरअसल, कैपिटल एक्सप्रेस ट्रेन गुजरने के समय डाउन रेल ट्रैक तेज आवाज के साथ टूट गई थी. ट्रैक टूटने की सूचना फैलते ही ग्रामीणों ने उसी समय गुजर रही दिल्ली से डिब्रूगढ़ जानेवाली राजधानी एक्सप्रेस अपनी जान पर खेलकर रुकवाया. हालांकि रूकते-रूकते राजधानी एक्सप्रेस का इंजन व उसका 5 डिब्बा टूटे रेल ट्रैक पर गुजर चुका था.
स्थानीय ग्रामीण विमल कुमार ने लाल चादर दिखाकर राजधानी एक्सप्रेस के ड्राइवर को खतरे का संकेत दिया, जिसके बाद ट्रेन ड्राइवर ने इमरजेन्सी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोक लिया, जिससे एक बड़ी दुर्घटना टल गई. मौके पर पहुंचे मानसी रेलवे स्टेशन के रेलकर्मियों द्वारा टूटी हुई पटरी को दुरुस्त किया गया. हालांकि इस दौरान करीब एक घंटे तक राजधानी ट्रेन रुकी रही और पटरी ठीक होने के बाद वहां से रवाना हो सकी.
आपको याद दिला दें कि 13 फरवरी को भी नार्थ-ईस्ट ट्रेन गुजरने के समय पटरी टूट गई थी और तब भी राजधानी ट्रेन को स्थानीय लोगों ने रूकवाकर संभावित दुर्घटना को टालने में मदद की थी. बावजूद इसके अभी तक रेल प्रशासन की नींद नहीं टूट रही है और वह टूटी रेल पटरियों को बदलने के जगह उसके मरम्मत कार्य के जरिए ही काम चला रही है.