अभी हाल ही में बिहार ही नहीं बल्कि पुरे देश को झकझोर देने वाले अचानक हुए भागलपुर तनाव मामले में कांग्रेस के भागलपुर से विधायक अजित शर्मा ने भी अपनी चुप्पी तोड़ी है. उन्होंने बिहार की नीतीश सरकार पर जमकर हमला बोला है. राजद विधायक भाई वीरेंद्र और अजित शर्मा ने कहा कि बिहार सरकार कहती है कि हम नफरत फैलानेवाले को नहीं छोड़ेंगे और मुख्यमंत्री को शर्म नहीं आ रही है. दोनों से समाज में नफरत फैलाने वालों पर जल्द से जल्द कार्रवाई करने की को माग की है.
भाई वीरेंद्र ने कहा कि आज भी सदन में ये सभी मामले उठाये जायेंगे और सदन की कार्यवाही को चलने नहीं दिया जायेगा. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने जनादेश के खिलाफ भाजपा के साथ बेमेल शादी की है. इतना ही नहीं इस मामले में कांग्रेस नेता सदानंद सिंह ने बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के साथ प्रेस के सामने आये. विधायकों ने बिहार सरकार को दंगाई सरकार की संज्ञा देते हुए मुख्यमंत्री से इस्तीफे की मांग की. राजद नेता भाई वीरेंद्र ने मुख्यमंत्री पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि उनके इशारे पर बिहार में नफरत फैलाया जा रहा है. हम चूड़ी पहन कर नहीं बैठे हैं. जब तक कार्रवाई नहीं की जाती, तब तक विधानसभा को चलने नहीं दिया जायेगा.
उन्होंने भागलपुर की पुरानी घटनाओं की यादें ताजा करने की कोशिश की. साथ ही उन्होंने कहा कि भाजपा नेता अश्विनी चौबे के बेटे शाश्वत चौबे ने मुस्लिम बहुल क्षेत्र में बिना अनुमति जुलूस निकाला. नामजद प्राथमिकी होने के बावजूद अब तक कोई गिरफ्तारी क्यों नहीं की गयी. वहीं, कांग्रेस विधायक अवधेश सिंह ने डीजीपी द्वारा की जा रही कार्रवाई पर उठाये सवाल.
उधर बीमार चल रहे लालू यादव से मुलाकात करने रांची रवाना हुए पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने भी भागलपुर हिंसा को लेकर बीजेपी पर बड़ा हमला बोला है. उन्होंने सीधे सीधे आरोप लगाते हुए कहा है कि इस मामले में केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के पुत्र की संलिप्तता है. इसके बावजूद कार्रवाई नहीं हो रही है. जबकि पूर्व सीएम राबड़ी देवी ने कहा है कि देश भर के लोग जानते हैं BJP दंगाई पार्टी है. गिरिराज सिंह ने लोगो को दंगा के लिए उकसाया है. अश्विनी चौबे के बेटे ने सरकार के समर्थन में जुलूस निकाला. बीजेपी के लोग बाहुबली हैं..