केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार को बजट पेश किया. बीजेपी और उनके करीबी दलों के नेता यह कह रहे हैं कि यह बजट बहुत बेहतरीन हैं. जबकि विपक्षी इसे बेकार का बजट करार दे रहें. हालांकि एक्सपर्ट इसे मिला जुला बजट बता रहे है. खैर सबकी अपनी अपनी राय है पर इधर यह खबर है कि बजट का असर दिखने लगा है. बता दें कि पेट्रोल-डीजल पर 2 रुपये एक्साइज ड्यूटी घटाने का फैसला भी केंद्र सरकार द्वारा आम बजट में किया गया है.
जिसके बाद से इससे पेट्रोल-डीजल 2 रुपये तक सस्ता हो गया. मालूम हो कि इंटरनेशनल मार्केट में क्रूड ऑयल महंगा होने और भारतीय रुपये में आई कमजोरी के चलते पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ रहे हैं. आईओसी की वेबसाइट्स से मिले आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली में पिछले महीने यानी जनवरी में पेट्रोल के रेट्स 2.95 रुपये तक बढ़े है.
सरकार ने पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी 2 रुपये घटकर 4.48 रुपये प्रति कर दी है. वहीं, डीजल पर एक्साइज ड्यूटी 2 रुपये घटकर 6.33 रुपये प्रति लीटर पर आ गई है. एक्सपर्ट की माने तो ऑयल मार्केटिंग कंपनियां तीन आधार पर पेट्रोल और डीजल के रेट्स तय करती हैं. पहला इंटरनेशनल मार्केट में क्रूड, दूसरा देश में इंपोर्ट करते वक्त भारतीय रुपए की डॉलर के मुकाबले कीमत. इसके अलावा तीसरा आधार इंटरनेशनल मार्केट में पेट्रोल-डीजल के क्या भाव हैं. गौरतलब हो कि मोदी सरकार में इससे पहले डीजल पर उत्पाद शुल्क 380 प्रतिशत से ज्यादा बढ़ाया गया है.