बाबा साहब आंबेडकर की जयंती के मौके पर आज बिहार के बड़े राजनितिक चेहरे में एक मंच पर नजर आये हैं. आज बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और केंद्रीय रामविलास पासवान भी मंच साझा करते हुए नजर आये हैं. रामविलास ने इस दौरान नीतीश की जमकर तारीफ की और कहा कि आज पासवान भी सभी दलितों के साथ मुख्य धारा में जुड़ गए. पहले नीतीश कुमार से हम अलग थे लेकिन आज हमारे नीतीश जी भाई हैं. उन्होंने कहा आगे यह कहा कि कुछ लोग दलितों के अधिकार की बात करते हैं और मांझी जी को लेकर घूमते हैं अगर दलितों के प्रति इतना हीं प्रेम है तो आरजेडी जीतनराम मांझी को अपना मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित करे. इस दौरान मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने भी कई बाते कही और एक बड़ा ऐलान भी किया.
नीतीश कुमार ने बाबा साहब आंबेडकर जयंती के मौके पर राज्य की सभी अनुसूचित जाति और जनजातियों को महादलितों के तर्ज पर सुविधाएं देने की घोषणा की. पटना में आयोजित कार्यक्रम के दौरान नीतीश ने कहा कि राज्य में सभी अनुसूचित जाति और जनजातियों को महादलितों के तर्ज पर सारी सुविधाएं मिलेंगी. उन्होंने कहा कि आरक्षण न तो कभी खत्म होगा और न ही इसे खत्म करने का साहस किसी भी पार्टी में है.
इससे पहले कार्यक्रम में ही लोजपा सांसद चिराग पासवान ने नीतीश कुमार से पासवान समाज को महादलित समाज में शामिल करने की मांग की थी जिसे नीतीश ने स्वीकार कर लिया. उन्होंने कहा कि मेरे जीते कोई भी माई का लाल आरक्षण को खत्म नहीं कर सकता है. उन्होंने तेजस्वी निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोग सोशल मीडिया के जरिए अपशब्द और अमर्यादित भाषा का प्रयोग करते हैं. ऐसे लोग हमारे खिलाफ ऐसे हथकंडे बेशक अपनायें लेकिन हम उन्हें जवाब नहीं देंगे.
सीएम ने कहा कि हमलोग बयानबाजी में विश्वास नहीं करते बल्कि काम में विश्वास रखते हैं. हमलोग काम करते रहते हैं. नीतीश ने कहा कि हमलोग बाबा साहब के विचारों से प्रेरित हैं और उनके विचारों को जन-जन तक फैला रहे हैं. उन्होंने कहा कि धरती पर किसी की इतनी ताकत नहीं कि आरक्षण खत्म कर दे. उन्होंने यह भी कहा कि कुछ लोग सिर्फ बयानबाजी करते रहेंगे लेकिन हम काम करते रहे हैं.