पूर्व केद्रीय मंत्री और बीजेपी से असंतुष्ठ वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा ने पटना में आयोजित राष्ट्रमंच कार्यक्रम अपने संबोधन में कई बातों को जिक्र किया है जो बीजेपी सरकार के लिए मुश्किल खड़ी कर सकती है. साथ ही उन्होंने एक बड़ी घोषणा कर बीजेपी को 2019 चुनाव से पहले जबरदस्त झटका दे दिया है. उन्होंने कहा है. “BJP के साथ सभी संबंधों को आज समाप्त करता हूं. आज दलगत राजनीति से संन्यास लेता हूं. मैं आज के बाद किसी दल के साथ नहीं रहूंगा न ही किसी भी राजनितिक दल से कोई रिश्ता नहीं रहेगा.”
बता दें कि सिन्हा बीजेपी में बेहद साफ छवि और इमानदार नेता है. वाजपेय में सरकार में इससे पहले इनके बातों का बजन बीजेपी में रहता था. जबकि अभी भी कई बड़े नेता उन्हें उतना ही सम्मान देते हैं जितना की पहले.
उन्होंने राष्ट्रमंच कार्यक्रम में कहा, “पटना से मेरा लगाव शुरू से रहा है. जब देश मुसीबत में था, पटना ने रास्ता दिखाया था. आज भी देश को पटना रास्ता दिखाएगा. मैंने यहां पढ़ाई की और नौकरी भी की. शत्रुघ्न सिन्हा घबराएं नहीं, मैं यहां से चुनाव नहीं लड़ूंगा. मेरा दिल देश के लिए धड़कता है.”
उन्होंने आगे कहा कि मैंने संबोधन में जानबूझ कर मित्रों नही कहा. संसद का बजट सत्र इतना छोटा कभी नहीं रहा है लेकिन भारत सरकार ने नियोजित ढंग से संसद को नहीं चलने दिया. गुजरात चुनाव के कारण सत्र को छोटा कर दिया गया. सत्र नहीं चलने से सरकार बहुत खुश थी. सरकार ने अविश्वास प्रस्ताव के कारण सदन नहीं चलने दिया, देश में ऐसा कभी नहीं हुआ, हम देश की हालत पर विचार करने आए हैं. देश की परिस्थिति चिंताजनक है. उन्होंने इस दौरान SC पर आपत्तिजनक टिप्पणी की और यह कहा, “सुप्रीम कोर्ट का एक भाग सड़ गया जिससे बदबू आ रही है.
मालूम हो कि पार्टी से नाराज चल रहे भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने आज गैर बीजेपी दलों की एक बैठक बुलाई है. पटना के एसकेएम हॉल में होने वाली इस बैठक में बीजेपी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव समेत कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और समाजवादी पार्टी के नेताओं को आमंत्रित किया गया है. फिलहाल वहां कई बड़े नेता मौजूद हैं.