बिहार की राजनीति में ‘सिक्युरिटी’ का मूद्दा कम होने के बजाय और ज्यादा तुल पकड़ता जाता है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूर्व सीएम राबड़ी देवी एक आवास की सुरक्षा बहाल करने निर्देश दे दिया है. साथ ही मामले की रिपोर्ट गृह विभाग से भी मांगी है. उसके बाद अब राबड़ी देवी ने सुरक्षा लेने से मना कर दिया है. उन्होंने नीतीश कुमार को ‘बेईमान’ भी करार दिया है.
पूर्व सीएम और आरजेडी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राबड़ी देवी ने कहा है कि पहले सरकार को जवाब देना होगा. आवास में लगे सुरक्षाकर्मियों को किसके निर्देश पर आधी रात में हटा लिया गया. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार पहले से ही बेईमान हैं. उन्हें बताना होगा कि ऐसा क्यों किया गया.
राबड़ी देवी ने बताया कि उनकी सुरक्षा में पार्टी के लोग लगे हुए हैं. सरकार की ओर से सिक्युरिटी नहीं चाहिए. लालू प्रसाद और उन्हें एक ही बंगला क्यों दिया गया. इसका भी जवाब देना होगा. किसी भी घटना के लिए सरकार जिम्मेदारी होगी. नीतीश कुमार और सुशील मोदी को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा.
राबड़ी देवी ने यह भी कहा कि सरकार की ओर से गलत प्रचार किया जा रहा है. बताया जा रहा था कि उनके पास सीएम से ज्यादा सिक्युरिटी है. सुरक्षा में 106 जवान लगे हुए हैं. सीएम बताएं कि उतने जवान आखिर हैं कहां. यह सब सरकार की साजिश है.