अभी हाल ही में जदयू के चार बड़े नेताओं ने पार्टी को अलविदा कह दिया था. जबकि उसके बाद आज मंगलवार को भी कई नेताओं ने जदयू को छोड़ने का ऐलान करके पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को तगड़ा झटका दे दिया है. पार्टी छोड़ने वाले इन नेताओं ने भी नीतीश कुमार पर कार्यकर्ताओं की अनदेखी का आरोप लगाया है.
बता दें कि मंगलवार को पटना के गांधी मैदान में गांधी मूर्ति के सामने जेडीयू के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रंजन कुमार और संतोष कुशवाहा सहित कई नेताओं ने नीतीश कुमार पर कार्यकर्ताओं की अनदेखी का आरोप लगाते हुए पार्टी छोड़ने का ऐलान किया है.
मालूम हो कि हाल ही में पार्टी के बड़े दलित नेता और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी ने भी जेडीयू से इस्तीफा दे दिया था. उसके बाद युवा जेडीयू के पूर्व अध्यक्ष संतोष कुशवाहा, अलावा पूर्व मंत्री अवधेश कुशवाहा और पूर्व मंत्री बागी प्रसाद वर्मा ने भी जदयू को छोड़ दिया था.
कहा जा रहा है कि संतोष कुशवाहा ने विधान परिषद में जाने की दावेदारी जतायी थी. 4 अप्रैल को संतोष कुशवाहा पद से हटाए गए थे. उन्होंने जदयू से नाता तोड़ने के बाद NDA के संग जाने का ऐलान किया था.
जबकि उदय नारायण चौधरी ने जेडीयू छोड़ने का ऐलान करते हुए यह कहा था कि जब से जेडीयू बीजेपी का गठबंधन हुआ है तब से उनकी बात सुनी ही नहीं जाती. उन्होंने कहा कि हमने अपने नेता को हर बात बतायी लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. उन्होंने साफ कर दिया कि वो एनडीए में नहीं जाएंगे बल्कि आरजेडी-कांग्रेस की अगुवाई वाली महागठबंधन में जाएंगे.