एक छोटी से दुर्घटना के दौरान अबुधाबी में एक भारतीय कामगार ने अपने दोनों हाथ और पैर गवा दिया. उसका नाम गुबिंदर सिंह है. जो अबुधाबी में क्रेन ओपेरटर का काम करता था. एक वह एक अच्छा क्रेन चालक माना जाता था. एक दिन काम के दौरान ही उसके साथ एक हादसा हो गया. जिसके वजह से उनका हाथ-पैर काटे गये.
उसका ट्रीटमेंट ओन साईट क्लिनिक के चल रहा था, जहां से उसे एक स्पेशिलिटी हॉस्पिटल में भेजा गया. लेकिन इलाज के दौरान उसके दोनों हाथों और पैरों को संक्रमण के वजह से काट दिया गया.
वह एक दिन पहले ही हॉस्पिटल से डिसचार्ज हुआ, उसकी नौकरी भी चली गई. फिर वो घर लौट आया, पैसे की कमी के वजह उसके दो बच्चों की पढाई भी रुक गयी. उसके बच्चे अब स्कूल भी नही जा रहे हैं.
गुरमीत सिंह का यह कहना है कि अगला कदम क्या होगा ये उसे भी मालूम नहीं हैं. क्योंकि वो अपने पैर पर खड़ा नहीं हो सकता है और न ही पहले के तरह अपने बच्चों को गले लगा सकता है. न ही वो काम करने में सक्षम हैं.
गुरबिंदर ने यह बताया कि काम करने के दौरान उसके बाद एक माइनर हादसा हो गया. काम करने दौरान पैर में मुझे थोड़ी चोट लगी थी, जिसके बाद इन्फेक्शन लग गया. मेरे हाथ और पैर दोनों काट दिए गये. शक्ति शाली दवाओं के कारण मैंने अपने हाथों को गवा दिया. मेरी यही गुहार कि मेरे परिवार को इंडियन गवर्नमेंट के तरफ से थोड़ी से मदद मिली जाय. इसकी लिए मैं सरकार का बहुत बहुत आभारी रहूँगा.