बिहार के रहने वाले राजेश साहनी जो यूपी एटीएस के एडिशनल एसपी के पद पर तैनात थे उन्होंने मंगलवार दोपहर करीब 1 बजे दफ्तर में ही सर्विस पिस्टल से गोली मारकर खुदकुशी कर ली। वे पटना के पूर्वी पटेल नगर के मूल निवासी थे। एडीजी आनंद कुमार ने बताया कि पुलिस एटीएस मुख्यालय स्थित साहनी के कमरे में पहुंची तो वे जमीन पर पड़े मिले। सिर में गोली लगी थी। मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। एटीएस में रहते साहनी ने आतंकियों के खिलाफ कई बड़े ऑपरेशन लीड किए थे। काबिल अफसरों में गिने जाते थे।
टीवी पर ब्रेकिंग देखा तो चौंका, राजेश के घर पहुंचा हिम्मत नहीं हो रही थी कि उसके पापा से क्या कहूं
दोपहर में घर पर बेटे का रिजल्ट देख रहा था। तभी टीवी के स्क्रॉल पर नजर पड़ी-लखनऊ एटीएस के एएसपी ने खुद को मारी गोली। विश्वास नहीं हुआ। रिजल्ट देखना छोड़ नीचे भागा। राजेश के घर का गेट लगा था। अंदर गया तो मां कांता साहनी और पिता प्रेम सागर साहनी बैठे थे। मुझे बैठने को कहा। हिम्मत ही नहीं हो रही थी कि क्या कहूं। उन्होंने टोका-अशोक परेशान क्यों हो? मैंने हिम्मत बटोरकर कहा-राजेश के बारे में कोई जानकारी है? उन्होंने कहा-4 जून को आने वाला है । क्या बात है। कांपती आवाज में मैंने कहा-खबर आ रही है कि सुसाइड कर लिया। पिता ने तुरंत बहू शालिनी को फोन लगाया। फोन नहीं उठा। फिर राजेश के आदेशपाल को फोन किया। उसने कहा-सर को गोली लगी है, अस्पताल में हैं। फोन स्पीकर पर था…मां ने जैसे सुना, अचेत हो गईं। पिता स्तब्ध थे।(जैसा एएसपी राजेश साहनी के पड़ोसी अशोक सिंह ने बताया)
मर्माहत हूं, हमारे साथ कई जांच में शामिल थे
हैदराबाद में ट्रेनिंग ले रहे भागलपुर रेंज के डीआईजी विकास वैभव ने कहा कि राजेश जैसे शार्प अधिकारी कम देखे हैं। घटना से मर्माहत हूं। निजी तौर पर मेरे लिए यह दुख की घड़ी है। राजेश मेरे साथ बोधगया और गांधी मैदान ब्लास्ट की जांच में रह चुके हैं। इंडियन मुजाहिदीन के आतंकी यासिन भटकल को गिरफ्तार करने में उनकी भूमिका अहम थी। राजेश ने क्यों ऐसा किया यह समझ से परे है।
आज बेटी का एडमिशन कराने मुंबई जाने वाले थे एएसपी
घटना की जानकारी मिलते ही पूर्वी पटेल नगर के गांधी मूर्ति के पास रोड नंबर 4 स्थित एएसपी के घर पर उनके संबंधी, शुभचिंतक और मुहल्ले वासी पहुंचने लगे। किसी को विश्वास ही नहीं हो रहा था कि अचानक यह कैसे हो गया। मां बार बार बेहोश हो रही थी। पिता कुर्सी पर निढाल पड़े हुए थे। परिजनों ने बताया कि राजेश बुधवार को बेटी श्रेया का एडमिशन मुंबई के प्रतिष्ठित रिसर्च इंस्टीच्युट में करवाने जाने वाले थे। पिता ने कहा कि अभी तो सोमवार को बात हुई थी। उसने कहा भी था कि बहुत दिन हो गया है पापा घर आए हुए। मुंबई से लौटते हुए 4 जून को पटना आऊंगा।
फ्लाइट से गए मां पिता, अन्य परिजन सड़क मार्ग से निकले
राजेश के घर पर लोगों के आने का तांता देर शाम तक लगा रहा। घर वाले दोपहर में ही लखनऊ के लिए निकल गए थे। पड़ोसियों ने बताया कि आनन फानन में फ्लाई की टिकट ली गई। राजेश के माता पिता और उनके बहनोई आलोक फ्लाइट से लखनऊ के लिए निकले। वहीं बहन व अन्य परिजन सड़क मार्ग से लखनऊ के लिए निकल गए।
घर के इकलौते चिराग थे राजेश
राजेश प्रेम सागर के इकलौते पुत्र थे। बहन रीना साहनी उनसे बड़ी है। राजेश की स्कूलिंग संत जेवियर स्कूल से हुई और उन्होंने कालेज की पढाई पटना कालेज से पूरी की। राजेश की शादी पटना में ही हुई थी। और उनकी बहन का ससुराल राजेंद्र नगर में है। पटेल नगर में उनके माता पिता ही रहते हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि राजेश साल में तीन चार बार घर आ ही जाते थे। जब भी आते थे सबों से बहुत की सहजता से मिलते थे।
इनपुट: DBC