जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाये जाने के मुद्दे पर पाकिस्तान दर-दर भटक रहा है. इस मुद्दे पर अंतरराष्ट्रीय समर्थन जुटाने की कोशिश में पाकिस्तान को एक और झटका लगा है. पाकिस्तान इस मुद्दे को लेकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) गया था. लेकिन वहां UNSC के मौजूदा अध्यक्ष देश पोलैंड से ने साफ-साफ कह दिया कि उसे इस मुद्दे को द्विपक्षीय स्तर पर ही सुलझाना होगा.
पोलैंड ने दिया झटका
ये पहला मौका है जब पोलैंड ने भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे गतिरोध पर प्रतिक्रिया दी है. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता इस महीने पोलैंड के पास है. सुरक्षा परिषद के सदस्य देश बारी-बारी से हर महीने अध्यक्षता करते हैं. इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत करते हुए भारत में पोलैंड के राजदूत एडम बुराकोवास्की ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि दोनों देश बातचीत से इसका समाधान निकाल सकते हैं.
भारत और पाकिस्तान के बीच मौजूदा तनाव पर उन्होंने कहा, ”पोलैंड का मानना है कि किसी भी विवाद का समाधान शांतिपूर्ण तरीके से ही किया जा सकता है. यूरोपीय यूनियन की तरह हम भी भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत के हक में है.”
विदेश मंत्री ने की थी बात
कहा जा रहा है कि विदेश मंत्री जयशंकर ने पिछले दिनों पोलैंड के विदेश मंत्री के साथ बातचीत की थी. इसके बाद ही पोलैंड ने इस मुद्दे पर अपना पक्ष रखा है.
झटके पर झटका
आर्टिकल 370 हटाये जाने के मुद्दे पर पाकिस्तान को लगातार निराशा हाथ लग रही है. इससे पहले रूस ने भी इस मुद्दे पर पाकिस्तान को दो टूक शब्दों में कहा था कि भारत ने जम्मू-कश्मीर को लेकर जो भी फैसला लिया है वो भारत के संविधान को ध्यान में रख कर लिया गया है. उधर, अमेरिका ने भी दोहराया है कि वो कश्मीर को लेकर अपनी नीति में कोई बदलाव नहीं कर रहा है. वो भारत और पाकिस्तान के बीच कश्मीर मुद्दे सुलझाने पर लगातार नजर बनाए हुए है. उन्होंने कहा कि कश्मीर मुद्दे को बिना किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता के भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय रूप से हल किया जाना चाहिए.
इनपुट: N18