अनुच्छेद 370 के कई प्रावधानों के जम्मू कश्मीर से हटाए जाने के कुछ दिनों बाद अब जनजीवन वापस पटरी पर लौट रहा है। अब लोग खरीददारी करने और अपने रोजमर्रा की चीजों के लिए घरों से बाहर निकल रहे हैं। वहीं, कश्मीर घाटी में प्रतिबंधों में ढील दी जाएगी ताकि लोग स्थानीय मस्जिदों में जुम्मे की नवाज पढ़ सकें। अधिकारियों ने यह जानकारी दी लेकिन साथ ही बताया कि इस दौरान यहां ऐतिहासिक जामा मस्जिद में जुम्मे की नमाज नहीं पढ़ी जाएगी।
उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने प्राधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि किसी भी कश्मीरी को परेशान नहीं किया जाए। इसके बाद यह कदम उठाया गया है। अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि लोगों को उनके इलाके में स्थित मस्जिदों में नमाज पढ़ने की अनुमति दी जाएगी।
बता दें कि इससे पहले जम्मू कश्मीर में गुरुवार को उन सभी सरकारी कर्मचारियों को काम पर वापस लौटने के निर्देश दिए गए हैं जो डिविजनल, डिस्ट्रिक्ट और श्रीनगर सिविल सेक्रेटिएट में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। जम्मू कश्मीर के चीफ सेक्रेटरी की तरफ से जारी निर्देश के मुताबिक, इन सभी को तत्काल प्रभाव से अपनी ड्यूटी में आने को कहा गया है।
गौरतलब है कि सरकार ने जम्मू कश्मीर में उसे विशेष दर्जा देनेवाले अनुच्छेद 370 को हटा दिया है। इसके साथ ही, जम्मू कश्मीर से लद्दाख को अलग कर दोनों को केन्द्र शासित प्रदेश बना दिया है। इस फैसले के बाद राज्य में शांति बनी रहे इसके लिए कर्फ्यू लगाया गया।