पिछले महीने मुकेश अंबानी के घर के पास विस्फोटक से भरे स्पोर्ट्स यूटिलिटी वाहन लगाने की साजिश में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) द्वारा असिस्टेंट पुलिस अफसर सचिन वज़े को शनिवार देर रात गिरफ्तार किया गया था।
वज़े को लगभग 12 घंटे तक पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया गया था। वह इस मामले के प्रमुख जांचकर्ता थे फ़िर यह केस मुंबई पुलिस के एन्टी-टेररिज़्म स्क्वाड (ATS) को दे दिया गया और बाद में NIA को हस्तांतरित किया गया।
NIA के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सचिन वज़े उस ग्रुप का हिस्सा है जिसने 25 फरवरी को कारमाइकल रोड जो कि एंटीलिया के पास है वहाँ विस्फोटक से लदी स्कॉर्पियो गाड़ी लगाई थी। अधिकारी ने यह भी आरोप लगाया कि वज़े ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है, लेकिन इससे अधिक जानकारी देने से इनकार कर दिया।
वहीं ठाणे में एक ऑटो पार्ट्स डीलर मनसुख हिरन ने उस स्कार्पियो गाड़ी के स्वामित्व का दावा किया था और पुलिस को बताया कि यह एक सप्ताह पहले चोरी हो गई थी। मनसुख हिरन 5 मार्च को मुंबई में एक नाले में मृत पाए गए। हिरन की पत्नी विमला ने इस हत्या के लिए वज़े को दोषी ठहराया था।