नरकटियागंज से लेकर कप्तानगंज और गोरखपुर रेलवे की पुलिस गुरुवार की शाम उस समय हरकत में आ गयी, जब मुजफ्फरपुर से बांद्रा जा रही अवध एक्सप्रेस से 26 बच्चियों की ट्रैफिकिंग की सूचना मिली. यह सूचना उस कोच में सवार एक यात्री ने अपने ट्विटर के जरिये रेल मंत्रालय से लेकर पूर्वोत्तर रेलवे के जीएम व अन्य अधिकारियों तक पहुंचायी. यात्री की पहल की सोशल मीडिया पर जमकर तारीफ हो रही है. जानकारी के अनुसार मुजफ्फरपुर-बांद्रा अवध एक्सप्रेस ट्रेन में सफर कर रहे यात्री आदर्श श्रीवास्तव ने 5 जुलाई को एक ट्वीट कर जानकारी दी थी कि वह ट्रेन के एस-5 कोच में सफर कर रहे हैं, जिसमें करीब 25 नाबालिग लड़कियां हैं जो रो रही हैं और खुद को सुरक्षित महसूस नहीं कर रही हैं…
इस खबर के फैलते ही तत्काल रेलवे बोर्ड की ओर से जारी निर्देश पर जीआरपी ने गोरखपुर जंक्शन पर सभी बच्चियों को उतार लिया. मौके से दो व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया है. उनसे एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट के अधिकारी पूछताछ कर रहे हैं. गोरखपुर रेल सुरक्षा बल के प्रभारी भाष्कर सोनी ने बताया कि मौके से लौरिया के कोकिलाडीह निवासी शेख सफदर और मानपुर थाने के सहनौला पकड़ी निवासी शेख आशा को हिरासत में लिया गया है.
बताया जाता है कि अवध एक्सप्रेस में जिले के कई जगहों से 26 लड़कियों को नरकटियागंज जंक्शन से आगरा में पढ़ाने के नाम पर ले जाया जा रहा था. सभी लड़कियां एस फाइव कोच में सवार हुईं. उसी कोच में बैठे आदर्श श्रीवास्तव नाम के यात्री ने रेल के ट्विटर अकाउंट पर मामले की शिकायत की. इसके बाद रेल महकमे में खलबली मच गयी. गाड़ी जैसे ही कप्तानगंज जंक्शन पर पहुंची कोच को स्कार्ट करते हुए गोरखपुर तक लाया गया. शाम पांच बजे कोच संख्या एस 5 के बर्थ नंबर 5, 6,15,16 22 17, 18, 19 20 और 21 बर्थ पर 26 नाबालिग लड़कियां बैठी मिलीं.
गोरखपुर में रेल पुलिस के 26 लड़कियों को चाइल्ड लाइन के हवाले करने की सूचना मिली है. पूरा मामला क्या है. छानबीन की जा रही है.
सुनील कुमार द्विवेदी, रेल थानाध्यक्ष, नरकटियागंज
इनपुट:PKM