इसमें बंगाल की भी लड़कियां शामिल थीं। लड़कियों को वह बाहर भी भेजता था। जबकि कई ग्राहक रात में उसके किराए वाले मकान में आते थे।जब मिथिलेश की करतूतों की जानकारी पुलिस को मिल गई तो बंगाल की लड़कियों को उसने भगा दिया।
जीरोमाइल के ज्योति विहार कॉलोनी में चल रहे से’क्स रै’केट मामले में नया खुलासा हुआ है। धंधेबाजों के चंगुल से भागी पूर्णिया के भवानीपुर इलाके की तीसरी नाबालिग लड़की ने बताया कि बिहारीगंज का मिथिलेश मंडल आधा दर्जन लड़कियों को अपने घर में रखकर उनसे दे’ह-व्यापार करवाता था। इसमें बंगाल की भी लड़कियां शामिल थीं। लड़कियों को वह बाहर भी भेजता था। जबकि कई ग्राहक रात में उसके किराए वाले मकान में आते थे। जब मिथिलेश की करतूतों की जानकारी पुलिस को मिल गई तो बंगाल की लड़कियों को उसने भगा दिया। जबकि भवानीपुर की एक लड़की को उसने ज्योति विहार कॉलोनी से निकाल कर नवगछिया के गोसाई गांव में अपने मामा सिकंदर मंडल के घर रख दिया।
सिकंदर मंडल ने दो दिनों तक लड़की को रखा, जहां से मौका पाकर वह भाग गई और अपने गांव भवानीपुर पहुंच गई। पीड़िता के मुताबिक, मिथिलेश का मामा गोसाई गांव निवासी सिकंदर मंडल भी देह-व्यापार के धंधे में शामिल है। पुलिस सिकंदर की भी तलाश कर रही है। क्योंकि उसने दो दिनों तक लड़की को रखा और पुलिस को सूचना नहीं दी। यह भी बात सामने आई है कि मिथिलेश की कथित पत्नी गुड़िया भी इस धंधे में सहयोग करती थी। लड़कियों को ग्राहकों के पास ले जाने की जिम्मेदारी गुड़िया की थी। क्योंकि महिला होने के कारण पुलिस उस पर शक भी नहीं करती थी। पीड़िता ने बताया कि एक दिन में दो से तीन ग्राहक जबरन बलात्कार करते थे। यह सिलसिला डेढ़ साल से चल रहा था। खाना-पीना में सही तरीके से नहीं दिया जाता था।
30 हजार में बिकी लड़की, कईयों के सामने परोसा
धंधेबाजों के चंगुल से भागी लड़की ने बताया कि 2018 में बसंत पंचमी के दिन गांव के दो अन्य लड़कियों के साथ उसका भी अपहरण कर लिया गया था। गांव का जीतन मंडल गाड़ी से उसे जबरन भागलपुर ले आया था और 30 हजार रुपए में मिथिलेश मंडल के हाथ में बेच दिया था। मिथिलेश ने उसे ज्योति विहार इलाके में एक कमरे में कई दिनों तक बंद रखा, जहां उसके साथ बलात्कार किया।
इसके बाद उसकी कथित पत्नी गुड़िया आई और उसने कहा कि घर आने वाले मेहमानों को खुश करना होगा। लड़की ने विरोध किया तो उसके साथ मारपीट की गई और कई तरह से शारीरिक यातनाएं दी गई। गुड़िया लड़कियों को बेहोशी का इंजेक्शन देती थी और ग्राहकों के सामने परोस देती थी। बेहोशी की हालत में ग्राहक लड़कियों को अपनी हवस का शिकार बनाते थे। किराए के मकान में ग्राहकों को शराब भी पिलाई जाती थी।
चार पहिया वाहन से भागलपुर से बाहर भी लड़कियों को भेजा करता था मिथिलेश
पुलिस की जांच में यह भी आया है कि मिथिलेश और उसकी कथित पत्नी गुड़िया लड़कियों को भागलपुर से बाहर भी भेजता था। चंगुल से भागी लड़की ने बताया कि अक्सर रात में उन्हें चार पहिया वाहन से बाहर भेजा जाता था। छपरा, सीवान, बेतिया में कई दिनों तक रख कर लड़कियों के साथ बलात्कार किया जाता था। लड़कियों को डांस सिखाया जाता था और कहा जाता था कि प्रोग्राम करने बाहर जाना है। हमेशा सभी लड़कियों को कमरे में बंद कर रखा जाता था। कई पड़ोसियों को मिथिलेश की करतूतों की जानकारी थी, लेकिन कभी वे विरोध नहीं करते थे।
तीसरी लड़की ने बताया कि जब मिथिलेश के चंगुल के भवानीपुर की दो लड़कियां फरार हो गई तो मिथिलेश को भय हो गया। उसने तुरंत किराए का मकान बदल दिया। मुझे अपने मामा के घर नवगछिया का गोसाई गांव भेज दिया। रविवार सुबह में मिथिलेश के मामा के चंगुल से किसी भाग कर मैं अपने गांव भवानीपुर पहुंची और परिजनों को पूरी जानकारी दी। इसके बाद परिजन लड़की को लेकर सीधे जीरोमाइल थाना आ गए। बता दें कि भवानीपुर की दो लड़कियां पहले ही मिथिलेश के चंगुल से भाग कर अपने गांव पहुंच चुकी है।
आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की जाए
भाजपा के जिला मीडिया प्रभारी रौशन सिंह ने सेक्स रैकेट में शामिल महिला-पुरुष आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग जीरोमाइल पुलिस से की है। उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए इस्माइलपुर के जिला परिषद सदस्य विपिन मंडल के साथ एसएसपी-डीआईजी से मिलेंगे। उन्होंने कहा कि हमलोगों के प्रयास से मामला उजागर हुआ और पुलिस ने मामले में संज्ञान लिया। पीड़िता परिवार को सुरक्षा मिले, ताकि धंधेबाज उन्हें डरा-धमका नहीं सके।
लड़कियों का सौदागर टिंकू मंडल पूर्णिया से हुआ गिरफ्तार
सेक्स रैकेट मामले में जीरोमाइल पुलिस ने पूर्णिया के भवानीपुर इलाके में छापेमारी कर लड़कियों के सौदागर टिंकू मंडल को गिरफ्तार किया है। वह भवानीपुर के डढ़वा गांव का रहने वाला है। 2018 के बसंत पंचमी के दिन उसने इलाके से तीन नाबालिग लड़कियों को अगवा कर लिया था और भागलपुर के ज्योति विहार कॉलोनी में सेक्स रैकेट चलाने वाले मिथिलेश मंडल को बेच दिया था। तीन में एक लड़की टिंकू की रिश्तेदार भी थी। फिर भी पैसों को लिए उसने अपने रिश्तेदार का भी सौदा कर लिया था।
करीब डेढ़ साल बाद तीनों लड़कियां देह-व्यापार के धंधेबाजों के चंगुल से भाग कर अपने गांव पहुंची तो मामले का खुलासा हुआ। लड़कियों के बेचने के बाद टिंकू गांव में ही रह रहा था। उस पर तीनों लड़कियों के अभिभावक शक भी नहीं कर पा रहे थे। बरामद हुई लड़कियों का कहना है कि टिंकू गांव के गरीब और भोली-भाली लड़कियों का अगवा कर उसे बेचने का गैंग चलता है। उसके गैंग में जितन मंडल भी है। अब तक गांव से कई लड़कियों को वह बेच चुका है।
एसएसपी आशीष भारती ने बताया कि टिंकू की गिरफ्तारी के लिए जीरोमाइल थानेदार राज रतन के नेतृत्व में एक टीम पूर्णिया भेजी गई थी। पूर्णिया के अकबरपुर थाने की पुलिस की सहयोग से टिंकू को गिरफ्तार किया गया है। उसे भागलपुर लाया जा रहा है। इसके बाद उससे पूछताछ की जाएगी। बता दें कि सेक्स रैकेट मामले में टिंकू के अलावा सरगना मिथिलेश मंडल और उसकी कथित पत्नी गुड़िया की भी पुलिस को तलाश है।