कुछ अच्छे लोगों की वजह से दुनिया में आज भी इंसानियत ज़िंदा है. इंसानियत और दरियादिली का ऐसा ही मामला राजस्थान में देखने को मिला है, जहां एक कपल की वजह से एक नन्ही सी जान को नई ज़िंदगी मिल पायी. वो कपल फ़िल्ममेकर विनोद कापड़ी और उनकी पत्नी पत्रकार साक्षी जोशी हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक, ‘पीहू’ के डायेक्टर विनोद कापड़ी की नज़र सोशल मीडिया पर शेयर किये गये एक ऐसे वीडियो पर पड़ी, जिसे देख कर वो स्तब्ध थे. इस वीडियो में एक नवजात बच्ची कूड़े के ढेर में पड़ी बिलख रही थी. लोग आ रहे थे, जा रहे थे पर किसी ने भी मासूम को उठाना ठीक नहीं समझा. ये सब विनोद कापड़ी से देखा नहीं गया और उन्होंने अपनी पत्नी की सहमति से बच्ची को गोद लेने का फ़ैसला किया.
हालांकि, ये सब उनके लिये इतना आसान नहीं था, क्योंकि उन्हें ये नहीं पता था कि ये वीडियो कहां का है और बच्ची तक कैसे पहुंचना है. इसके बाद उन्होंने बच्ची तक पहुंचने के लिये सोशल मीडिया का सहारा लिया. साक्षी जोशी और विनोद कापड़ी ने Twitter पर बच्ची का वीडियो शेयर कर उस तक पहुंचने की गुज़ारिश की. वो कहते हैं न किसी भी चीज़ को शिद्दत से चाहो, तो पूरी कायनात उसे तुमसे मिलाने में लग जाती है. ऐसा ही इन दोनों के साथ भी हुआ है. बच्ची राजस्थान के नागौर शहर की निकली.
बच्ची का पता चलते ही विनोद कापड़ी और साक्षी जोशी ने उसे अस्पताल में एडमिट कराया, जिसकी हालत में अभी सुधार बताया जा रहा है. दूसरी ओर Adoption की प्रक्रिया भी जारी है. सोशल मीडिया पर लोग कपल के इस सरहानीय कदम की काफ़ी तारीफ़ कर रहे हैं.
कहते हैं बच्चे अपनी किस्मत लेकर पैदा होते हैं और इस बच्ची की किस्मत वाकई अच्छी निकली. इसके अलावा विनोद कापड़ी और साक्षी जोशी उन सभी लोगों के लिये मिसाल हैं, जो आज भी बेटियों को बोझ समझ कर कूड़े के ढेर में फे़क देते हैं.