गंगा की लहरों पर चलाए जाने वाले दस करोड़ी क्रूज की पहली झलक सामने आ गई है। इंडियन रजिस्ट्रार ऑफ शिपिंग द्वारा क्रूज की ड्राइंग और डिजाइन दोनों को अप्रूव कर दिया गाया है। इसके बाद गोवा शिपिंग कॉरपोरेशन ने क्रूज का पहला लुक जारी किया है।
इस अत्याधुनिक क्रूज में एक साथ 160 से 175 लोग सफर कर सकेंगे। इसे बनारसी बजड़े का अत्याधुनिक स्वरूप माना जा सकता है। बजड़े की भांति ही इसमें नीचे और ऊपर बैठने की व्यवस्था की गई है। राउंड चेयर सिटिंग अरेंजमेंट वाला निचला हिस्सा वातानुकूलित होगा। इस सिटिंग अरेंजमेंट का फोल्डिंग होना इसकी एक और खासियत है। इन्हें आवश्यकता के अनुसार हटाया और लगाया जा सकता है। क्रूज के ऊपर हिस्से पर एक जालीदार छत करीब नौ फुट के तिरछे चार ऐंगिल के सहारे खड़ी की जाएगी।
क्रूज का यह हिस्सा चारों ओर से खुला रहेगा। यहां बैठकर पर्यटक काशी की साढ़े सात किलोमीटर लंबी प्राकृतिक दीर्घा के नजारे, पारंपरिक बजड़े की छत पर बैठकर लेने जैसी अनुभूति कर सकेंगे। क्रूज परिचालन के लिए हाईटेक केबिन होगा। इस केबिन में एक खास स्क्रीन होगी जिसपर दो किलोमीटर दूर तक गंगा की लहरों पर होने वाली गतिविधियों को अत्याधुनिक हाईिडफिनेशन कैमरे के जरिए देखा जा सकेगा। गोवा शिपिंग कॉरपोरेशन ने अगले छह से सात महीने में इसका निर्माण पूरा करने का लक्ष्य रखा है। क्रूज का निर्माण 10 करोड़ 71 लाख की धनराशि से होना है।