शहर के भीड़भाड़ वाले दो रूटों पर जल्द ही इलेक्ट्रिक एसी बसें दौड़ती नजर आएंगी। दोनों रूट पर 5-5 बसें चलाने के लिए शासन ने मंजूरी देने के साथ ही बसें भी आवंटित कर दी हैं। जिला प्रशासन को उम्मीद है कि जल्द ही बसें गोरखपुर पहुंच जाएंगी। इन बसों की की कीमत करीब 10 करोड़ रुपये है।
शहर के लोगों को बेहतर यातायात सुविधा उपलब्ध कराने के लिए शासन के पास दो रूटों पर इलेक्ट्रिक एसी बसों का प्रस्ताव भेजा गया था। प्रस्ताव पर शासन ने मुहर लगा दी है। दोनों रूट पर सुबह 7 बजे से रात्रि 9 बजे तक बसें चलेंगी। दोनों रूट पर बस स्टापेज का चयन कर लिया गया है। जिस स्टापेज पर बस शेल्टर नहीं है, वहां पर शेल्टर बनवाये जाएंगे। भविष्य में बसों के फेरे में बढ़ोतरी की जाएगी। उसके लिए बस टर्मिनल, डीपो, कार्यशाला के लिए पांच एकड़ भूमि की जरूरत होगी। इसके लिए महेसरा में नगर निगम की पांच एकड़ भूमि भी उपलब्ध है।
प्रस्तावित रूट नंबर-1 रानीडिहा तिराहा-एमएमटीयू-कूड़ाघाट (गुरुंग तिराह),आरकेबीके, मोहद्दीपुर चौराहा, विश्वविद्यालय चौराहा, रोडवेज बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन, यातायात तिराहा, काली मंदिर (पटेल चौराहा), धर्मशाला फ्लाईओवर, असुरन चौक, एचएन सिंह चौराहा, राप्तीनगर चौराहा, खजांची चौराहा, मुगलहा पेट्रोल पंप, मेडिकल कालेज, झुंगिया गेट, झुंगिया चौराहा तक।
रूट नंबर-2 नौसढ़ (खजनी रोड), ट्रांसपोर्टनगर पुलिस चौकी, महेवा मंडी, रुस्तमपुर, दाउदपुर, पैड़लेगंज, छात्रसंघ चौराहा, विश्वविद्यालय चौराहा, रोडवेज बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन, यातायात तिराहा, धर्मशाला बाजार चौराहा, तरंग क्रासिंग, गोरखनाथ फ्लाईओवर, गोरखनाथ थाना, गोरखनाथ चिकित्सालय, इंडस्ट्रियल इस्टेट रोड, बरगदवा तिराहा, महेसरा डिपो तक। शासन ने गोरखपुर के लिए 10 इलेक्ट्रिक एसी बसें मंजूर कर दी हैं। उम्मीद है जल्द ही ये बसें गोरखपुर पहुंच जाएंगी। इन बसों के चलते यात्रियों को काफी राहत मिलेगी। के. विजयेन्द्र पाण्डियन, डीएम