चारा घोटाले में दोषी करार दिए गये लालू की सजा के ऐलान से पहले यह खबर सामने आई कि इस मामले को देख रहे सीबीआई कोर्ट के जज शिवपाल सिंह को राजद नेताओं ने फोन किया है. इस बात का बता जब राजद नेताओं को चला को उन्होंने इससे साफ इनकार कर दिया. जबकि राजद उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी तो इस बात पर भड़क गये और एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है
राबड़ी देवी से मिलने के लिए उनके आवास पर पहुंचे शिवानंद तिवारी ने एक बार फिर से जज पर सवाल उठाया. उन्होंने जज को फोन कर प्रभावित करने की बात का खंडन करते हुए कहा कि राजद के किसी नेता ने फोन नहीं किया, अगर किसी ने फोन किया था तो जज मौन क्यों हैं, जज को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए.
उन्होंने कहा कि जज को तुरंत मामले पर संज्ञान लेना चाहिए था. उन्होंने न्यायपालिका के तरीके पर फिर सवाल उठाते हुए कहा कि जज कोई महामानव नहीं होता. शिवानंद तिवारी ने मीडिया से बातचीत में मधु कोड़ा के मामले का हवाला दिया. शिवानंद ने कहा कि आशा है सजा कम मिलेगी. उन्होंने कहा कि जब कोड़ा को जमानत मिल सकती है फिर लालू को क्यों नहीं ?
इसके अलावा जज को फोन करने की बात को रघुवंश प्रसाद सिंह ने बीजेपी का साजिश करार दिया है. उन्होंने कहा है कि कहा कि यह साजिश भाजपा के लोग कर सकते हैं, वह लोग ऐसा सोच रहे हैं और लालू को कड़ी सजा मिले, इसका प्लान कर रहे हैं. वह चाहते हैं कि जज साहब गुस्से में आकर कड़ी सजा दे दें.