जी-7 सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच द्विपक्षीय वार्ता हुई। कश्मीर पर अमेरिका से मध्यस्थता की उम्मीद लगाए इमरान खान को तगड़ा झटका लगा है। फ्रांस के बायरिट्ज में दोनों देशों के बीच हुई द्विपक्षीय वार्ता के दौरान पीएम मोदी ने साफ कर दिया कि कश्मीर का मामला द्विपक्षीय है और किसी और को इसपर कष्ट करने की जरूरत नहीं है।
जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद मोदी और ट्रंप की ये पहली मुलाकात थी। सोमवार को फ्रांस में G-7 समिट से अलग पीएम मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के साथ मुलाकात की। जब दोनों नेता एक साथ मीडिया के सामने आएं तो पाकिस्तान की रही सही उम्मीदों पर भी पानी फिर गया। पीएम मोदी ने साफ कर दिया कि भारत और पाकिस्तान के बीच सभी मुद्दे द्विपक्षीय है, इसपर किसी तीसरे पक्ष की कोई जरूरत नहीं है। वहीं, ट्रंप ने सहमति जताते हुए कहा कि कश्मीर मामला पूरी तरह से द्विपक्षीय है।
मुलाकात के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘भारत और पाकिस्तान के बीच सभी मुद्दे द्विपक्षीय हैं। हम इन मुद्दों के लिए किसी अन्य देश को कष्ट नहीं देना चाहते हैं। मेरा मानना है कि भारत और पाकिस्तान जो 1947 से पहले एक राष्ट्र थे, हम सभी मुद्दों को हल कर सकते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच कई द्विपक्षीय मुद्दे हैं। इमरान खान के पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बनने के बाद मैंने उन्हें बधाई देने के लिए फोन किया और उनसे कहा कि पाकिस्तान और भारत को मिलकर बीमारी, अशिक्षा और गरीबी से लड़ने की जरूरत है। हमें अपने देश के कल्याण के लिए मिलकर काम करने की जरूरत है। हम एक दूसरे के बीच विभिन्न द्विपक्षीय मुद्दों के बारे में बात करते रहते हैं।
इस दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि उन्होंने कल रात पीएम मोदी से बात की। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इस मुद्दे पर उनका नियंत्रण है। ट्रंप ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि दोनों देश कुछ अच्छा करेंगे।
द्विपक्षीय मुलाकात के दौरान डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि हमने व्यापार के बारे में बात की हैं, हमने सैन्य और कई अलग-अलग चीजों के बारे में बात की हैं। हमने बहुत अच्छी चर्चाएं कीं। हम रात के खाने के लिए एक साथ थे और मैंने भारत के बारे में बहुत कुछ सीखा।
इनपुट:जेएमबी