गुरुग्राम के रायन इंटरनेशनल स्कूल में 8 सितंबर को प्रद्युम्न नाम के छात्र की हत्या के मामले में सीबीआई ने स्कूल के ही 11वीं क्लास के छात्र को गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि इस छात्र को मंगलवार देर रात उसके गांव से गिरफ्तार किया गया है.
छात्र पर धारा 302 के तहत हत्या का मामला दर्ज किया गया है. इससे पहले सीबीआई छात्र से कई बार पूछताछ कर चुकी है. आरोपी को दिल्ली के सेवा कुटीर किंग्सवे कैम्प में रखा गया है. उसे बुधवार दोपहर को जुविनाइल जस्टिस बोर्ड के सामने पेश किया जाएगा. इस मामले में जस्टिस जुविनाइल एक्ट (2016) के आधार पर कोर्ट फैसला करेगी कि आरोपी छात्र को माइनर की तरह ट्रीट किया जाए या मेजर की तरह.
सीबीआई से जुड़े सूत्रों का कहना है वरिष्ठ अधिकारियों से अनुमति मिलने के बाद आरोपी छात्र को गिरफ्तार करने का फैसला मंगलवार शाम को लिया गया. सीबीआई सूत्रों के मुताबिक सीसीटीवी फुटेज ने जांच में बड़ी सहायता की. एक फुटेज में छात्र को प्रद्युम्न के साथ वॉशरूम की तरफ जाते देखा गया था. सूत्रों का कहना है कि छात्र ने अपना गुनाह स्वीकार कर लिया है.
गुरुग्राम पुलिस ने इस मामले में स्कूल के बस कंडक्टर को मुख्य आरोपी बनाया था. आरोपी ने अपना गुनाह स्वीकार कर लिया था. आरोपी ने अपने इकबाले जुर्म में कहा था, “मैं बाथरूम में गलत काम कर रहा था. उसने मुझे देख लिया और मैंने उसे मार दिया.”
सीबीआई में दर्ज हुई एफआईआर की कॉपी.
इस मामले में प्रद्युम्न के माता-पिता शुरू से ही कहते रहे हैं कि स्कूल प्रबंधन कुछ छिपाने की कोशिश कर रहा है. हत्या के बाद से ही वे सीबीआई जांच की मांग कर रहे थे. प्रद्युम्न के पैरेंट्स और स्कूल में पढ़ने वाले अन्य छात्रों द्वारा लगातार प्रदर्शन के बाद सीबीआई ने 23 सितंबर को इस मामले में एफआईआर दर्ज किया था.
इस मामले में प्रद्युम्न के पिता वरुण ठाकुर ने कहा कि उन्हें छात्र को हिरासत में लिए जाने को लेकर अब तक कोई जानकारी नहीं मिली है. उन्होंने कहा कि उन्हें भरोसा है कि सीबीआई उनके बेटे के हत्यारे तक जरूर पहुंचेगी.
आरोपी छात्र के पिता ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि उनके बेटे को क्यों गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने कहा कि वह प्रद्युम्न को नहीं जानते थे. वह अपने बेटे की अंतरिम जमानत के लिए कोर्ट जाने की तैयारी कर रहे हैं.
मामले में अब तक क्या हुआ?
– 8 सितंबर को प्रद्युम्न ठाकुर स्कूल के वॉशरूम के बाहर खून से लथपथ मिला.
– स्कूल की तरफ से उसे अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
– प्रद्युम्न के माता-पिता ने स्कूल प्रबंधन पर सच छिपाने का आरोप लगाया.
– देर शाम स्कूल के बस कंडक्टर को हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया.
– 9 सितंबर को सीएम मनोहर लाल खट्टर ने मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित की
– 9 सितंबर को अभिवावक संघों ने स्कूल मालिकों की गिरफ्तारी की मांग की.
– 10 सितंबर को रायन इंटरनेशनल स्कूल के खिलाफ एफआईआर की योजना बनाई गई.
– आरोपी बस कंडक्टर अशोक के परिवार ने पुलिस और स्कूल प्रबंधन पर आरोप लगाया कि उनके दवाब में अशोक ने हत्या की बात स्वीकार की.
– 11 सितंबर को स्कूल मालिकों रायन पिंटो, ग्रेस पिंटो और एएफ पिंटो ने अग्रिम जमानत के लिए याचिका लगाई.
– 11 सितंबर को ही प्रद्युम्न के पिता ने सुप्रीम कोर्ट में सीबीआई जांच के लिए याचिका लगाई. कोर्ट ने केंद्र, हरियाणा सरकार और सीबीआई से जवाब मांगा.
– स्कूल के बस ड्राइवर ने स्कूल प्रबंधन और पुलिस पर दबाव बनाने का आरोप लगाया.
– 23 सितंबर को सीबीआई ने मामला दर्ज किया.
– 7 नवंबर को 11वीं कक्षा के छात्र को सीबीआई ने गिरफ्तार किया.