अधिवक्ता अशोक कुमार चौधरी एवं डॉ. अजीत कुमार सोनू ने मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में बुधवार को अलग-अलग नालसीवाद किया है।
- नगर डीएसपी शहरयार अख्तर,
- आदमपुर थानाध्यक्ष मनीष कुमार,
- तिलकामांझी थानाध्यक्ष संजय कुमार सत्यार्थी,
- यातायात प्रभारी अमर कुमार,
- पुलिस एसोसिएशन के अध्यक्ष रंजीत यादव,
- प्रक्षेत्रीय मंत्री विकास यादव,
- एसएसपी शाखा के मनोज कुमार मंडल,
- परिचारी प्रवर कार्यालय के पारसनाथ केसरी,
- परिवहन शाखा के सुरेश कुमार, मानसंदु गोस्वामी,
- सिपाही विकेस कुमार,
- मु. मुस्ताक अली,
- हवलदार शंभु पाल,
- एएसआइ विजय कुमार सिंह,
मिथुन कुमार मांझी व रामकिशोर सिंह समेत एक सौ पुलिस जवानों के खिलाफ दायर नालसीवाद में सोनू ने कहा है कि अधिवक्ता मजहरूल हक उर्फ आरजू की हत्या मामले में पुलिस द्वारा संतोषजनक कार्रवाई होने पर गत 17 अक्टूबर को सभी अधिवक्ता पुतला दहन कार्यक्रम के लिए एकत्रित हुए थे।
घूरनपीर बाबा मजार चौक के पास तैनात पुलिस जवान गाली-गलौज करते हुए कहा कि पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हो। जुलूस को बलपूर्वक रोकने का प्रयास भी किया गया। लेकिन शांतिपूर्ण तरीके से सभी अधिवक्ता कचहरी चौक की ओर बढ़ गए। कचहरी चौक के पास पुतला दहन कार्यक्रम के दौरान थोड़ी देर के लिए जाम लग गया। वहां मौजूद पुलिस कर्मियों द्वारा बल प्रयोग किया गया। पुतला दहन कार्यक्रम के बाद सभी अधिवक्ता जिला विधिज्ञ संघ चले गए। ढाई बजे से जब डाकघर से लौटने के क्रम में सादे लिबास में डीएसपी समेत उपरोक्त पुलिस कर्मियों को समाहरणालय परिसर में एकत्रित थे और वकीलों पर हमला करने की साजिश कर रहे थे।
ऐसे हुआ था तांडव
अपराह्न तकरीबन 3:20 बजे गाली-गलौज करते हुए लाठी-डंडे से लैस एक सौ की संख्या में पुलिस जवान जिला विधिज्ञ संघ परिसर में घुसे और डीबीए महासचिव संजय कुमार मोदी की तस्वीर दिखते हुए अधिवक्ताओं के साथ मारपीट व तोड़फोड़ की। इस घटना में वे जख्मी हो गए। हमलावर जवानों ने डायरी, फाइल भी छीन लिया। वहीं अधिवक्ता अशोक कुमार चौधरी ने पुलिस एसोसिएशन के अध्यक्ष व प्रक्षेत्रीय मंत्री व 50-60 अज्ञात जवानों पर मारपीट करने, जान मारने का प्रयास करने, दुर्व्यवहार करने, तोड़फोड़ करने समेत कई गंभीर आरोप लगाया है। इस मामले में आगामी 21 नवंबर को बयान की तिथि मुकर्रर की गई है।