जम्मू : माता वैष्णोदेवी के जंगलों में बुधवार को अचानक आग लग गई. तेज गर्मी के कारण आग ने कुछ ही देर में त्रिकुटा के जंगलों के एक बड़े हिस्से को अपनी चपेट में ले लिया है. यह आग भवन के नजदीक बताई जा रही है. आग को देखते हुए वैष्णोदेवी की यात्रा पर रोक लगा दी गई है. आग के कारण हजारों श्रद्धालु यात्रा के बीच में ही फंस गए हैं. हेलीकॉप्टरों की मदद से आग बुझाने की कवायद की जा रही है.
आग बुझाने के लिए वायुसेना के हेलीकॉप्टरों की मदद ली जा रही है. वायुसेना के अलावा एनडीआरएफ, दमकल विभाग और अन्य विभाग के कर्मचारियों को आग पर काबू पाने के लिए लगाया गया है. देर शाम तक आग पर काबू नहीं पाया जा सका था. माता के भवन की ओर जाने वाले बैट्री-रिक्शाओं पर रोक लगा दी है. इसके अलावा अन्य यात्रियों को भी आगे की यात्रा नहीं करने की हिदायत दी गई है.
यह पहला मौका नहीं है जब त्रिकुटा के जंगलों में आग लगी है. हर साल गर्मियों में त्रिकुटा की पहाड़ियों पर आग लगने की घटनाएं सामने आती रहती हैं.
जम्मू-कश्मीर के अलावा उत्तराखंड के जंगलों में भी आग लगी हुई है. उत्तराखंड के गढ़वाल और कुमाऊं मंडल के जंगलों में पिछले की दिनों से भयानक आग लगी हुई है. अधिकारियों के मुताबिक, गढ़वाल के 524 हेक्टेयर के जंगल इस आग की चपेट में आ चुके हैं और कुमाऊं में करीब 500 हेक्टेयर के इलाके में आग फैल चुकी है. आग बुझाने के लिए एनडीआरएफ, सेना, स्थानीय प्रशासन के अलावा स्थानीय लोगों की मदद ली जा रही है.
4000 से अधिक कर्मचारी इस आग पर काबू पाने की कवायद में लगे हुए हैं. पिछले एक हफ्ते से यहां के जंगलों में आग लगी हुई है. जैसे-जैसे गर्मी बढ़ रही है, जंगल भी दहक रहे हैं. पहाड़ों के चारों ओर धुआं घिर गया है. आग लगने से श्रीनगर का तापमान 38 डिग्री के आसपास पहुंच गया है.
मौसम विभाग का कहना है कि अभी कई और दिनों तक मौसम शुष्क और गर्मी का प्रकोप रहेगा. मौसम गर्म होने के कारण आग लगातार फैलती जा रही है. हालांकि आग से अभीतक से किसी के हताहत होने के समाचार नहीं हैं.