उतर प्रदेश के NTPC ऊंचाहार की छठी यूनिट में बुधवार दोपहर बाद बिजली उत्पादन के दौरान ब्वॉयलर में विस्फोट हो गया। दो सौ से ज्यादा श्रमिक, कर्मचारी व अधिकारी दहकती राख की चपेट में आ गए। हादसे में 24 लोग मारे गए। हालांकि प्रमुख सचिव गृह ने 20 लोगों के मरने की पुष्टि की है। 100 से ज्यादा घायलों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जिनमें कई की हालत नाजुक है। गंभीर रूप से घायल 44 लोगों को लखनऊ रेफर किया गया था, जहां चार लोगों ने दम तोड़ दिया।
अब भी बड़ी संख्या में श्रमिकों के राख में दबे होने की आशंका है। घायलों में एनटीपीसी के तीन एजीएम भी शामिल हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और सांसद सोनिया गांधी ने गहरी संवेदना व्यक्त की है। योगी ने हताहतों के परिवारीजन को आर्थिक सहायता दिए जाने की घोषणा करते हुए अधिकारियों को राहत कार्य के कड़े दिशा-निर्देश दिए हैं। उन्होंने घायलों का निशुल्क इलाज कराए जाने का भी निर्देश दिया है। राजधानी के सभी सरकारी अस्पताल अलर्ट पर हैं। उधर एनटीपीसी प्रबंधन ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं। घटना से संबंधित विचलित करने वाले फोटो हम प्रकाशित नहीं कर रहे हैं।
ऐसे आयी मौत की NTPC
1नेशनल थर्मल पावर कार्पोरेशन ऊंचाहार परियोजना के संयंत्र क्षेत्र में नवनिर्मित पांच सौ मेगावाट क्षमता की छठी इकाई में बिजली उत्पादन का काम चल रहा था। दोपहर बाद चार बजे ब्वॉयलर की ऐश पाइप में अचानक धमाका हो गया। लगभग 90 फीट ऊंचाई पर विस्फोट हुआ और प्लांट के चारों ओर गर्म राख फैल गई। ब्वॉयलर के आसपास निजी कंपनी के 200 से ज्यादा श्रमिक, एनटीपीसी के कर्मचारी व अधिकारी काम में जुटे थे। सभी राख की चपेट में आ गए। सूचना पर एनटीपीसी प्रबंधन सक्रिय हुआ। घायलों को बाहर निकालने का काम शुरू हुआ। सबसे पहले घायलों को एनटीपीसी अस्पताल लाया गया। फिर उनकी गंभीर हालत को देखते हुए रायबरेली और लखनऊ रेफर किया जाने लगा।
- मृतकों में बिहार भागलपुर के कंचन और हबीबुल्ला,
- लखनऊ के संजय पटेल, मप्र के राम रतन, देशराज,
- अवधेश जायसवाल निवासी बिकई ऊंचाहार, जितेंद्र चौधरी, प्यारेलाल, गफ्फूर, सच्चिदानंद, अनंतपाल, फैज्जुला, बालकृष्ण और रवींद्र शिनाख्त हो सकी है।