प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बहुरंगी विविधता भारत की शक्ति है। यह दुनिया को आकर्षित करती है। प्रधानमंत्री ने यहां के भारतीय समुदाय को उनकी सरकार द्वारा पैदा किए जा रहे नए अवसरों का लाभ लेने को कहा। उन्होंने कहा कि इस खाड़ी देश में कदम रखने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री होने का सौभाग्य उन्हें मिला है। मनामा के खचाखच भरे नेशनल स्टेडियम में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि वह सरकार के प्रमुख, प्रधानमंत्री के रूप में बहरीन यात्रा पर आए हैं लेकिन उनका मुख्य मकसद भारतीय समुदाय से मुलाकात करना और बहरीन में हजारों मित्रों के साथ संवाद करना है।
पीएम मोदी ने कहा कि मैं बहरीन की धरती से अपने दोस्त अरुण को श्रद्धांजलि देता हूं। भगवान इस दुख की घड़ी को सहने के लिए उनके परिवार को शक्ति प्रदान करें। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, कुछ दिनों पहले हमारी पूर्व विदेश मंत्री बहन सुषमा हमें छोड़कर चली गईं और आज हमारा दोस्त अरुण चला गया। बहरीन में अरुण जेटली को याद करते हुए पीएम मोदी ने कहा- आज मेरे भीतर एक गहरा दर्द छिपा है। हर कदम पर साथ मिलाकर चलने वाला साथी हमारा साथ छोड़ कर चला गया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार के तहत भारत देश के भीतर और बाहर करोड़ों भारतीयों की सक्रिय भागीदारी को आगे बढ़ाने की दिशा में जा रहा है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार स्टेयरिंग पर बैठी है और देश के लोग गति बढ़ा रहे हैं। हर भारतीय अब मान रहे हैं कि उनका सपना पूरा होगा। उम्मीदें और आकांक्षाएं पूरी होंगी। इस विश्वास की ताकत से मैं नए प्रस्तावों को पूरा करने में व्यस्त हूं। हमारे लक्ष्य बहुत ऊंचे हैं। भीड़ से उन्होंने पूछा कि क्या आप भारत में बदलाव महसूस करते हैं? भीड़ ने उत्तर में हां कहा।
प्रधानमंत्री ने घोषणा की कि प्रवासी भारतीय जल्दी ही बहरीन में रुपे कार्ड से हस्तांतरण करने में सक्षम हो सकेंगे। शनिवार को हमने एक एमओयू पर हस्ताक्षर किया है। हमारा लक्ष्य रू पे कार्ड के माध्यम से भारत में अपने घर पैसे भेजने की सुविधा मुहैया कराना है। प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को बहरीन के प्रिंस खलीफा बिन सलमान अल खलीफा से विभिन्न मुद्दों पर समग्र वार्ता की। लिहाजा, भारत और बहरीन ने अंतरिक्ष तकनीक, सौर ऊर्जा और सांस्कृतिक आदान-प्रदान के क्षेत्रों में सहमति पत्र (एमओयू) पर दस्तखत किए हैं। प्रधानमंत्री ने शनिवार को बहरीन के बादशाह हमद बिन इसा अल खलीफा से मुलाकात की। बहरीन के बादशाह ने उन्हें सम्मानित किया।पश्चिम एशिया के इस देश के प्रिंस खलीफा के प्रतिनिधिमंडल स्तर पर वार्ता के बाद दोनों देशों ने संस्कृति, अंतरिक्ष और अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन (आइएसए) के क्षेत्र में सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र (इसरो) और बहरीन की नेशनल स्पेस साइंस एजेंसी अब अंतरिक्ष तकनीक के क्षेत्र में सहयोग करेंगी। दोनों देश आइएसए में भी सहयोग करेंगे। 2015 में स्थापित आइएसए पेरिस की यूएन की पर्यावरण परिर्वतन सम्मेलन में किए गए समझौते के तहत स्थापित संस्था है जो सौर ऊर्जा स्थापना के लिए वृहद स्तर पर काम करती है। प्रिंस खलीफा से बातचीत के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया कि प्रिंस खलीफा से मिलकर सम्मानित महसूस कर रहा हूं। द्विपक्षीय वार्ता से पहले मोदी का स्वागत एक भव्य समारोह में अल गुदाबिया पैलेस में किया गया। प्रिंस खलीफा ने एयरपोर्ट जाकर मोदी का स्वागत किया।
भारत ने कहा है कि अक्टूबर में होने वाले जम्मू एवं कश्मीर इन्वेस्टर्स समिट में 20 प्रमुख एनआरआइ कारोबारी ने भाग लेने की इच्छा जताई है। विदेश मंत्रालय में सचिव (आर्थिक संबंध) टीएस तिरुमूर्ति ने मनामा में संवाददाताओं को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस समिट की योजना निवेश और मानव संसाधन के माध्यम से बनाई गई है। जम्मू एवं कश्मीर में पहली बार तीन दिनों का ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट आयोजित किया जाएगा।