बिहार के जमुई जिले के सिकंदरा प्रखंड के पिरहिंड़ा गांव के सचिन कुमार सिंह को ब्यूरो ऑफ फर्मा पीएसयू ऑफ इंडिया (बीपीआई) का सीईओ बनाया गया है। वे प्रधानमंत्री जन औषधि परियोजना के तहत भारत सरकार का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। बता दें कि केंद्र सरकार और झारखंड सरकार के बीच राज्य में ढाई सौ जन औषधि केंद्र खोलने के एमओयू पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में हस्ताक्षर किया गया है। झारखंड सरकार की ओर से स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रधान सचिव निधि खरे इस कार्य का प्रतिनिधित्व कर रही है।
भारतीय राजस्व सेवा के अधिकारी सचिन कुमार सिंह ने सिविल सर्विसेज की परीक्षा 2011 में उत्तीर्ण किया था। इससे पहले सचिन कस्टम एवं सेंट्रल एक्साइज डिपार्टमेंट के डिप्टी कमिश्नर के पद पर सूरत में तैनात थे। सचिन के बेहतर कार्यो की बदौलत इतनी बड़ी जिम्मेवारी मिली है। उनके इस कामयाबी से पिरहिंडा सहित जमुई में खुशी का माहौल है।
संघर्ष करके हासिल किया मुकाम
पिरहिंडा निवासी सचिन मध्यम वर्गीय परिवार से आते है। उनकी पढाई धनबाद में हुई है। चार्टड एकाउंटेंट की पढ़ाई पूरी करने के बाद लगभग दो साल निजी कंपनी में नौकरी की। इस दौरान संध लोक सेवा आयोग परीक्षा की तैयारी में जुटे रहे। साल 2009 में उत्तीर्ण होने के बाद रेलवे सेवा मिला। जिसके बाद फिर से 2011 की परीक्षा उत्तीर्ण कर राजस्व सेवा हासिल किया।
सचिन के भाई के संकल्प को पीएम ने किया लाइक
जानकारी के अनुसार, सचिन कुमार सिंह के भाई चंदन कुमार सिंह झारखंड के गोड्डा जिले के महगामा प्रखंड के बीडिओ हैं। जो इन दिनों अपने प्रखंड को खुले में शौचमुक्त करने के प्रयासो के कारण चर्चा में बने हुए है। खुद प्रधानमंत्री ने इनके संकल्प को लाइक किया है।
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