बिहार के पिछड़ा एवं अति पिछड़ा कल्याण मंत्री विनोद सिंह का निधन हो गया है। गुड़गांव के मेदांता हॉस्पिटल में सोमवार की सुबह उन्होंने अंतिम सांस ली।
मंत्री विनोद सिंह को पिछले दिनों कोरोना के बाद पटना के एम्स हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान दो-तीन बाद ही उन्हें ब्रेन हैमरेज हो गया। इसके बाद उन्हें गुड़गांव के मेदांता हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। सोमवार की सुबह उनका निधन हो गया। विनोद सिंह की पत्नी निशा सिंह को भाजपा ने बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में कटिहार जिले की प्राणपुर सीट से उम्मीदवार बनाया है। विनोद सिंह इसी सीट से भाजपा के विधायक थे।
ढाई महीने बीमार थे विनोद सिंह
मंत्री विनोद कुमार सिंह को तबीयत बिगड़ने के बाद अगस्त में पटना से एयर एम्बुलेंस से दिल्ली शिफ्ट किया गया था। पटना में दो दिन तक उनकी तबीयत में कोई सुधार नहीं होने के बाद उन्हें दिल्ली ले जाने की सलाह डाक्टर ने दी। मंत्री विनोद सिंह जुलाई में ही कोरोना को मात देकर अपने घर वापस लौटे थे। मंत्री का ब्लड प्रेशर और शुगर अचानक बढ़ जाने के कारण उनकी तबीयत बिगड़ती देख परिजनों उन्हें पटना ले गए थे। इसके बाद भी उनके स्वास्थ्य में सुधार नहीं होने पर डॉक्टरों की सलाह पर उन्हें दिल्ली बेहतर इलाज के लिए भेजा गया।
समर्थकों में फैला शोक
मंत्री ने निधन की खबर मिलते ही प्राणपुर विधानसभा क्षेत्र के उनके साथी और समर्थक उनके आवास पर पहुंच गए हैं। उनके निधन पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष संजय जायसवाल सहित कई नेताओं ने शोक प्रकट किया है। नेताओं ने मंत्री विनोद सिंह के निधन पर गहरा शोक जताते हुए इसे बिहार के लिए बहुत बड़ी क्षति बताया है।