बिहार में शिव भक्तों और हिन्दू धर्म में आस्था रखने वाले लोगों के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है. बता दें कि यहां खुदाई के दौरान एक सदियों पुराना शिवलिंग मिला है. जो गुप्तोत्तर कालीन हैं. विशेषज्ञों की माने तो यह शिवलिंग बलुआही पत्थर से बना हुआ है, जो पुरातत्व की दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण होता है. यह प्राचीन शिवलिंग दरभंगा बहादुरपुर प्रखंड के देकुली गांव में शुक्रवार को निकाला गया, जिसको लेकर पुरातत्वविदों ने यह बताया कि वह 6ठी-7वीं सदी का है.
देकुली पश्चिमी मोहल्ले में सुबह करीब आठ बजे मिश्री पासवान के छोटे पुत्र संजीव पासवान आंगन में पानी निकासी के लिए पांच फीट गहरा गड्ढा खुदवा रहे थे. इसी क्रम में यह शिवलिंग दिखाई पड़ा. लक्ष्मीश्वर सिंह म्यूजियम के तकनीकी सहायक चंद्र प्रकाश कुमार व पुरातत्व के छात्र मुरारी कुमार ने स्थल पर पहुंचकर शिवलिंग की जांच की और अपनी रिपोर्ट में इसे म्यूजियम में रखने की अनुशंसा की. गांव वाले इसके लिए तैयार नहीं थे. बीडीओ अविनाश कुमार व बहादुरपुर थानाध्यक्ष राजनारायण सिंह मौके पर पहुंचकर गांव वालों को समझाया और शिवलिंग को म्यूजियम भेजने की बात कही.
लोगों ने शिवलिंग की पूजा अर्चना कर अष्टयाम शुरू कर दिया है. इस सबंध में पुरातत्व के छात्र मुरारी कुमार ने यह जनकारी दी है कि शिवलिंग की लंबाई 2 फीट 3 इंच है. जिसके ऊपर का भाग 7 इंच गोलाई लिए हुए है. इस शिवलिंग को संग्रहालय में रखवाने के लिए सहायक संग्रहालयाध्यक्ष
द्वारा एसएसपी को पत्र भी लिखा गया है.