पिछले महीने बिहार के कई जिलों में हुई हिंसा के लिए विपक्षी नेताओं ने बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया, जबकि इस मामले में कई बीजेपी नेताओं को गिरफ्तार भी किया गया है. जिनमें कई नेता जमानत पर जेल से बाहर आग गये हैं. लेकिन केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान को यह बात गलत लगती है. उन्होंने हिंसा मामलें में यह कहा कि कुछ लोग बीजेपी को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि राज्य में साजिशन हिंसा फैलाया जा रहा है. रामविलास पासवान मोतिहारी में जनसभा को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि 2019 में भी पीएम मोदी ही देश के प्रधानमंत्री होंगे. पासवान ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि वे लोग छोले-भटूरे खाकर उपवास कर रहे हैं.
पासवान ने कहा कि नीतीश कुमार पहले भी बिहार में दस सालों तक बीजेपी के साथ रहकर शासन कर चुके हैं. लेकिन आजतक कोई हिंसा की खबरें नहीं आई. दलितों को लेकर विरोधी दलों के द्वारा अफवाह फैलाई जा रही है, लेकिन मोदी के राज में दलितों को कोई खतरा नहीं है.
उन्होंने कहा कि मोदी के शासनकाल में सबसे ज्यादा दलितों के लिए काम हुआ है. कांग्रेस ने दलितों को सिर्फ वोटबैंक के लिए इस्तेमाल किया है. बिहार में एनडीए का शासन अच्छा चल रहा है. अफवाह फैलाने से कुछ नहीं होगा.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी मोतिहारी में पूरे देश से आए स्वच्छाग्रहियों को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि गांधी जी की सोच पर आजादी के बाद ठीक से अमल नहीं हुआ. नीतीश ने पीएम मोदी के सामने कहा कि तनाव व टकराव से देश आगे नहीं बढ़ेगा. सभी धर्म के लोगों को एक दूसरे का सम्मान करना होगा. हिंसा का समाज में कोई जगह नहीं है. सद्भाव का माहौल कायम करना होगा.