बीजेपी ने अपने एक दिग्गज नेता को आज खो दिया है. इससे पहले जहां पूर्व केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज के निधन ने पुरे देश को शोक में डाल दिया था वो वहीं इस पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता बाबूलाल गौर निधन के खबर बीजेपी को भावुक कर दिया है.
मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम 89 वर्षीय बाबूलाल गौर की मंगलवार को तबीयत ज्यादा बिगड़ गई थी. उनका ब्लड प्रेशर कम होने के साथ पल्स रेट भी गिर गया था. बाबूलाल गौर की किडनी पूरी तरह काम नहीं कर रही थी. वे पिछले 14 दिनों से नर्मदा अस्पताल में वेंटिलेटर सपोर्ट पर थे.
बीजेपी की तरफ से जारी बयान के मुताबिक बाबूलाल गौर का पार्थिव शरीर आज 12:30 बजे उनके निवास से प्रदेश भाजपा कार्यालय के लिए रवाना होगी, जहां भाजपा कार्यकर्ता और नागरिक उनके अंतिम दर्शन करेंगे. इसके बाद दोपहर 2:00 बजे उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.
जगत प्रकाश नड्डा ने बाबूलाल गौर के निधन पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है. उन्होंने खा जनसंघ काल के वरिष्ठ नेता, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर जी के निधन से मन व्यथित है। उन्होंने अपना सम्पूर्ण जीवन मध्यप्रदेश के विकास को समर्पित किया। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें एवं शोकाकुल परिजनों को दुःख सहने की शक्ति दें। ॐ शांतिः शांतिः शांतिः-
बाबूलाल गौर जी ‘भारतीय मजदूर संघ’ के संस्थापक सदस्य रहे एवं उन्होंने ‘गोवा मुक्ति आंदोलन’ में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जनता की सेवा एवं राष्ट्र के विकास के प्रति उनका समर्पण सदैव हम सभी कार्यकर्ताओं को प्रेरणा प्रदान करता रहेगा।- जगत प्रकाश नड्डा
बाबूलाल गौर के निधन पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने दुख जताया. राकेश सिंह ने कहा, ‘यह कहते हुए अत्यंत दुःख हो रहा है कि हमारे मार्गदर्शक भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री बाबूलाल जी गौर अब हमारे बीच नहीं रहे. उन्होंने प्रदेश में संगठन को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. ईश्वर दिवंगत आत्मा को श्रीचरणों में स्थान प्रदान करे.’
यह कहते हुए भी अत्यंत दुःख हो रहा है कि हमारे मार्गदर्शक भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री बाबूलाल जी गौर अब हमारे बीच नहीं रहे।उन्होंने प्रदेश में संगठन को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।ईश्वर दिवंगत आत्मा को श्रीचरणों में स्थान प्रदान करे
7 अगस्त को पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर की अचानक तबियत बिगड़ गई थी. इसके बाद उन्हें भोपाल के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. उनका इलाज जारी था. उन्हें शुरू में घबराहट महसूस हुई जिसके तुरंत बाद उन्हें एक निजी अस्पताल ले जाया गया. वहां उनका इलाज चल रहा था.