पटना : भागलपुर में हिंदू नववर्ष पर आयोजित जुलूस में दो समुदायों की हिंसक घटना में आरोपित केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे अर्जित शाश्वत को गिरफ्तारी का मामला और भोजपुर जिले में पत्रकार की हत्या के मामले को लेकर आज पुरे बिहार की राजनीति गर्म है. इसको लेकर विपक्ष के तरफ से सरकार के कार्रवाई के फैसले पर सवाल खड़े कर दिए गये हैं. इस मामले में पक्ष और विपक्ष दोनों के तरफ से काफी बयानबाजी हुई है.
उसके बाद इस मामले में एडीजी (मुख्यालय) एसके सिंघल ने सोमवार को साफ साफ कहा है कि अर्जित शाश्वत चौबे की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस अपने पुराने स्टैंड पर ही कायम है. कानूनी कार्रवाई की जा रही है. जिस-जिस के खिलाफ साक्ष्य मिला है, उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी. अर्जित शाश्वत चौबे को गिरफ्तार किये जाने के सवाल पर एडीजी ने कहा कि जिन-जिन लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज हुई है और प्रमाण मिला है, उन सभी के खिलाफ विधि सम्मत कार्रवाई होगी.
भोजपुर जिले में पत्रकार की वाहन से कुचल कर हत्या किये जाने के मामले में एडीजी मुख्यालय का कहना है कि जांच के लिए भोजपुर जिले के डीएसपी सदर के नेतृत्व में टीम गठित की गयी है. सीआईडी की टीम को वहां जांच के लिए भेजा गया है. एफएसएल की टीम को भी भेजा गया है. प्राथमिकी में नामजद आरोपित की गिरफ्तारी कर ली गयी है.