एक बार फिर से मुंबई आतंकियों के निशाने पर है। पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूह जैश-ए-मोहम्मद जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों के साथ-साथ मुंबई जैसे शहरों पर भी आतंकी हमला करने की फिराक में हैं। खुफिया एजेंसियों ने सरकार को यह जानकारी दी है। बताया जा रहा है कि कश्मीर में आर्टिकल 370 के हटने के बाद पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन भारत के खिलाफ आतंकी हमला करने की साजिश रच रहे हैं, जिसका टारगेट आर्थिक राजधानी को तबाह करना हो सकता है।
बता दें कि पाकिस्तान के प्रधान मंत्री इमरान खान ने मंगलवार को कहा था कि जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 के हटने से भारत में पुलवामा जैसी आतंकी घटनाएं हो सकती हैं। यह बयान ऐसे वक्त में आया है, जब जम्मू-कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा छीन लिया गया है और जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन बिल पास करा कर सरकार ने कश्मीर को केंद्र शासित राज्य बना दिया है। इसके बाद से पाकिस्तान और भारत के बीच तनाव की स्थिति बढ़ गई है।
इमरान खान का यह ऐसा बयान है, जिसे पाकिस्तान द्वारा आतंकवादी समूहों को अपना समर्थन देने का प्रयास करने के संकेत के रूप में देखा जा रहा है। माना जा रहा है कि भारत को अस्थिर करने और घाटी में अशांति फैलाने के इरादे से पाकिस्तान आतंकवादी समूहों को बढ़ावा दे सकता है। एक वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी ने हिन्दुस्तान टाइम्स को बताया कि जिस समय इमरान खान ने बयान दिया था, उस समय खबर आई थी कि जैश प्रमुख आतंकी मौलाना मसूद अजहर का छोटा भाई रौफ अज़गर कल रावलपिंडी में बैठक करने के बाद पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में गया।
खुफिया इनपुट की मानें तो आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद की तीन सदस्यीय टीम को मुंबई में हमले को अंजाम देने का काम सौंपा गया है और उनके स्थानीय स्लीपर सेल सक्रिय हो गए हैं। भारत और पाकिस्तान के बॉर्डर इलाके में रौफ अजगर के शिफ्ट होने के बाद ऐसी खबर है कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के पंजाब से सटे इलाके में बड़ी संख्या में जैश के कैंप में की भर्तियां हो रही हैं। सरकार के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि इस खुफिया एजेंसियों का अनुमान है कि आतंकी भारत में कुछ बुनियादी ढांचे और आर्थिक आधारों को निशाना बना सकते हैं।