पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों में आत्महत्या का चलन बढ़ता ही जा रहा है। हाल ही में आपने सुना और देखा की कैसे गोरखपुर में एक अधिकारी ने फंदे से लटककर जान दे दी। वे महराजगंज में पशुधन प्रसार अधिकारी के पद पर कार्यरत 58 वर्षीय श्यामसुंदर पांडेय गोरखपुर के शाहपुर क्षेत्र के रामजानकी नगर काॅलोनी में घर बनवा कर रहते थे। मूल रूप से देवरिया के अटकहा गांव के रहने वाले श्री पांडेय करीब डेढ़ दशक से गोरखपुर में ही परिवार के साथ रह रहे थे।
इसी बिच उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में उप कृषि निदेशक आफिस के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी ने जान दे दी। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी रामबहादुर ने हाथ पर लिखा साहब परेशान करते हैं, इसके बाद वह ऑफिस के ही पीछे निकली रेलवे लाइन पर जाकर लेट गया और ट्रेन से कट गया। इसकी जानकारी होने पर पुलिस पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
रामबहादुर की पत्नी बीमार थी और इस कारण राम बहादुर को पत्नी को इलाज के लिए ले जाना था। उसे छुट्टी की जरूरत थी। बताया जाता है कि ऑफिस में उसने साहब से छुट्टी मांगी, लेकिन उसे मना कर दिया गया। इस कारण राम बहादुर बहुत दुखी हुआ और हाथ पर लिखा साहब परेशान करते हैं और इसके बाद ट्रेन से कटकर जान दे दी।