रिलायंस जियो ( Reliance JIO) ने एक बार फिर से 4जी डाउनलोड चार्ट में अपना पहला स्थान बरकरार रखा है। वहीं, अपलोड रफ्तार के मामले में आइडिया (IDEA) शीर्ष पर बनी हुई है। ट्राई (TRAI) द्वारा नवंबर माह के लिए जारी चार्ट में यह जानकारी दी गई है। जियो ने बीते महीने के मुकाबले मामूली गिरावट के बावजूद 20.3 मेगाबिट प्रति सेकेंड (एमबीपीएस) की औसत गति से अपने नेटवर्क प्रदर्शन को बेहतरीन बनाए रखा है।
मुकेश अंबानी की रिलायंस जियो अक्टूबर में 22.3 एमबीपीएस पर के साथ अपनी औसत टॉप डाउनलोड स्पीड के साथ सबसे तेज 4जी ऑपरेटर थी।माईस्पीड पोर्टल पर दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) द्वारा प्रकाशित आंकड़ों के मुताबिक, भारती एयरटेल के 4जी नेटवर्क का प्रदर्शन मामूली सुधार के साथ डाउनलोडिंग स्पीड अक्टूबर में 9.5 एमबीपीएस के मुकाबले नवंबर में 9.7 एमबीपीएस दर्ज किया गया।
हालांकि वोडाफोन और आइडिया सेल्युलर ने अपने कारोबार में विलय कर लिया है और अब वोडाफोन आइडिया के रूप में काम करते हैं, ट्राई ने उनके नेटवर्क प्रदर्शन को अलग से प्रकाशित किया है। वोडाफोन नेटवर्क पर 4जी डाउनलोड की स्पीड अक्टूबर में 6.6 एमबीपीएस से नवंबर में 6.8 एमबीपीएस तक मामूली रूप से बढ़ी, जबकि आइडिया की 6.4 एमबीपीएस से 6.2 एमबीपीएस हो गई।
हालांकि, आइडिया प्रदर्शन में गिरावट के बावजूद महीने के दौरान 5.6 एमबीपीएस की गति के साथ 4जी अपलोड स्पीड के मामले में चार्ट में शीर्ष पर रहा। अक्टूबर में कंपनी ने 5.9 एमबीपीएस की औसत अपलोड स्पीड दर्ज की थी। जब कोई उपयोगकर्ता कोई वीडियो देखता है, इंटरनेट ब्राउज़ करता है, ईमेल एक्सेस करता है तो डाउनलोड की गति एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है; और जब कोई उपयोगकर्ता ईमेल या सोशल मीडिया एप्लीकेशंस के माध्यम से तस्वीरों, वीडियो और किसी अन्य फाइल जैसे डेटा शेयर करना चाहता है तो एक अच्छी अपलोड स्पीड की आवश्यकता होती है।
वोडाफोन ने 4.9 एमबीपीएस पर 4 जी अपलोड की स्पीड में सुधार के साथ नवंबर में दूसरा स्थान हासिल किया, जबकि जियो अपलोड की स्पीड में गिरावट के साथ तीसरे स्थान पर गिरकर 4.5 एमबीपीएस हो गया। एयरटेल नेटवर्क ने नवंबर में 4 एमबीपीएस पर औसत अपलोड स्पीड में मामूली सुधार दर्ज किया। पिछले कई महीनों से जियो और आइडिया दोनों ने अपने संबंधित वर्ग में अपनी प्रमुखता को बनाए रखा है। ट्राई ने औसत स्पीड की गणना अपनी माईस्पीड एप्लीकेशन पर रियल टाइम आधार पर एकत्र किए गए आंकड़ों के आधार पर दर्ज की है। कॉल ड्रॉप हुई पुरानी बात, अब तो फोन ही नहीं हो पाता कनेक्ट