अपने बयानों के वजह से सुर्ख़ियों में रहने वाले बीजेपी के बड़े नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने एक बार बड़ा फिर से बयान देकर सियासी माहौल को गर्म कर दिया है. उन्होंने बीजेपी नेताओं को दारू छोड़ने और कोर्ट-पैंट नहीं पहनने की नसीहत दी है. उन्होंने अपनी इस बात को कहने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया है. स्वामी ने कोर्ट-पैंट को गुलामी का प्रतिक करार दिया है. मालूम हो कि कई बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई बड़े बीजेपी नेताओं को कोर्ट-पैंट में देखा गया है.
उन्होंने सोशल मीडिया लिखा है, “पश्चिमी परिधान थोपी हुई विदेशी गुलामी का प्रतीक है. बीजेपी को चाहिए कि वो अपने मंत्रियों के लिए एक अनुशासन बनाए जिसके तहत सभी मंत्री भारतीय जलवायु के अनुकूल ही देशी वस्त्र पहनें.” इसके साथ ही स्वामी ने भाजपाइयों को दारू छोड़ने को लेकर यह कहा,”संविधान की धारा 49 शराब पर प्रतिबंध की बात करता है. हालांकि, मैं इसके दंडात्मक कार्रवाई के खिलाफ हूं. बीजेपी को चाहिए कि वो इसे भी अनुशासन के तहत शामिल करे.”
उनके मुताबिक पश्चिमी परिधान नही पहनने से भारतीय संस्कृति को न सिर्फ बढ़ावा मिलेगा. बल्कि देशी अर्थव्यवस्था को भी ताकत मिल सकेगी.राज्यसभा सांसद ने कहना है कि कई विदेशी कंपनियां मेक इन इंडिया के तहत भारत में निवेश करने को इच्छुक हैं मगर वो कार्यरूप में परिणत नहीं हो पा रहा है. यह पहली दफा नहीं है जब स्वामी ने भारतीय संस्कृति और देशी परिधान की वकालत की हो. पिछले साल भी स्वामी ने ट्वीट कर केंद्रीय मंत्रियों पर निशाना साधते हुए यह कहा कि जब वो विदेशी दौरे पर हों तो कोर्ट-पैन्ट छोड़कर देशी कपड़े ही पहनें.