प्रदेश में भवन निर्माण का नक्शा पास कराना काफी सस्ता व आसान हो गया है। शासन ने नक्शा पास करने की दरों में भारी कमी कर दी है। ये दरें आधी के आसपास पहुंच गई हैं। साथ ही ऑनलाइन नक्शा पास कराना और सरल कर दिया है। लोग घर बैठे मकान, दुकान आदि का नक्शा पास करा सकेंगे। नक्शा पास करने की समय सीमा भी निर्धारित कर दी गयी है। विशेष सचिव आवास माला श्रीवास्तव ने 20 जून को इसका आदेश जारी किया।
अभी तक प्रदेश के विभिन्न प्राधिकरणों में नक्शा पास करने के लिए अलग-अलग फीस ली जाती थी। आवास विकास परिषद अपनी योजनाओं में अलग फीस लेता था। अब शासन ने सभी विकास प्राधिकरणों व आवास विकास परिषद के लिए एक समान शुल्क निर्धारित कर दिया है। इससे बड़े मकानों और ग्रुप हाउसिंग का नक्शा पास कराने वालों को काफी फायदा होगा। नयी कॉलोनियां विकसित करने वाले बिल्डरों को भी काफी फायदा होगा। इससे उनके मकान सस्ते होंगे। इस शासनादेश के साथ ही गोरखपुर विकास प्राधिकरण में भी नक्शा पास करने की दरें कम हो जाएंगी।
3000 वर्ग फुट के प्लॉट पर एक मंजिल का मकान बनाने के लिए पहले लोगों को जहां नक्शा पास करने का शुल्क 45 हजार रुपये देना पड़ता था वहीं अब करीब 30000 रुपये देना होगा। आम आदमी को करीब 15000 रुपये का फायदा होगा। व्यावसायिक भूखंडोंके लिएयह दर आधी से भी कम हो गई है। फैसले से व्यावसायिक नक्शों के शुल्क में भी कमी आएगी। ग्रुप हाउसिंग के नक्शे भी पहले की तुलना में लगभग आधे में पास होंगे। एलडीए के इंजीनियर ने बताया पहले 1000 वर्ग मी. के जिस व्यावसायिक भूखंड का नक्शा पास करने के लिए करीब सात लाख रुपए लगता था वहीं अब यह साढ़े तीन लाख रुपए के करीब होगा।