एनएच 80 पर भारी वाहनों के परिचालन पर रोक लग सकती है। जिला प्रशासन इस संबंध में विचार कर रहा है।
बाढ़ के बाद जर्जर एनएच 80 पर भारी वाहनों के परिचालन से आए दिन कहलगांव से जीरोमाइल के बीच अक्सर दुर्घटनाएं हो रही हैं। इसी कड़ी में रविवार को फरका के पास एक हाइवा पलट गया। वहां ठीक बगल से बिजली के ग्यारह हजार वोल्ट लाइन का पोल कुछ इंच पर बच गया, नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था। दूसरी ओर बाढ़ पीड़ित भी कई जगहों पर पथ के बगल में ही रह रहे हैं। जो हाइवा पलटा उसमें पथ निर्माण की सामग्री थी।
एनएच को मोटरेबुल बनने तक छोटे वाहन से ही गिट्टी, डस्ट आदि मंगाने की लोगों द्वारा मांग की जा रही है, ताकि दुर्घटना पर विराम लग सके। इस संदर्भ में डीएम सुब्रत सेन ने बताया कि एनएच विभाग से बात की जाएगी। मोटरेबल बनने तक छोटे वाहनों का ही उस मार्ग पर परिचालन होगा।
सड़क जर्जर हो जाने के कारण बड़े वाहन हो रहे दुर्घटनाग्रस्त पथ मोटरेबल बनने तक छोटे वाहनों का होगा परिचालन
बाढ़ के बाद जर्जर एनएच 80 पर भारी वाहनों के परिचालन से आए दिन कहलगांव से जीरोमाइल के बीच अक्सर दुर्घटनाएं हो रही हैं। इसी कड़ी में रविवार को फरका के पास एक हाइवा पलट गया। वहां ठीक बगल से बिजली के ग्यारह हजार वोल्ट लाइन का पोल कुछ इंच पर बच गया, नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था। दूसरी ओर बाढ़ पीड़ित भी कई जगहों पर पथ के बगल में ही रह रहे हैं। जो हाइवा पलटा उसमें पथ निर्माण की सामग्री थी।
एनएच को मोटरेबुल बनने तक छोटे वाहन से ही गिट्टी, डस्ट आदि मंगाने की लोगों द्वारा मांग की जा रही है, ताकि दुर्घटना पर विराम लग सके। इस संदर्भ में डीएम सुब्रत सेन ने बताया कि एनएच विभाग से बात की जाएगी। मोटरेबल बनने तक छोटे वाहनों का ही उस मार्ग पर परिचालन होगा।
सड़क जर्जर हो जाने के कारण बड़े वाहन हो रहे दुर्घटनाग्रस्त पथ मोटरेबल बनने तक छोटे वाहनों का होगा परिचालन