भागलपुर: तीन युवकों की करतूत ने पुरे भागलपुर को शर्मसार कर दिया है. अपनी हवस की गंदी आग बुझाने ने के लिए तीनों दरिंदो ने एक मासूम लड़की का गैंगरेप कर दिया. इस घटना के बाद जब लाचार पीड़िता इंसाफ के लिए पुलिस थाने पहुंची तो उसे धमका कर भगा दिया गया. उस ऐसा थाने के चौकीदार ने किया. जो एक आरोपी युवक का पिता भी है. पीड़िता चौकीदार ने धमकाया और बिना मेडिकल जांच के यह कह कर भगा दिया कि केस करोगी तो परेशानी होगी.
बता दें कि गैंगरेप की शिकार 15 साल की नाबालिग लड़की हुई है. जिसके साथ चौकीदार के बेटे समेत तीन युवकों ने सबौर ब्लॉक चौक स्थित एक कमरे में गैंगरेप किया. यह घटना 16 अप्रैल की है. इस मामले में थाने द्वारा कोई कदम नहीं बढ़ाते हुए देखकर पीड़िता मंगलवार को डीआईजी विकास वैभव से मिली इसके बाद मामला दर्ज हुआ. सबौर प्रखंड के एक गांव की रहने वाली पीड़िता ने रजंदीपुर निवासी वीरो पासवान, बम-बम कुमार और अरविंद दास पर अपहरण कर सामूहिक दुष्कर्म करने का आरोप लगाया है.
नाबालिग की मां ने बताया कि उसकी बेटी ने उसे बताया उक्त तीनों युवक घर पहुंचे और कहा कि तुम्हारी मां बेहोश होकर खेत में गिर गई है. यह सुनते ही युवकों के साथ खेत की तरफ जाने लगी. कुछ दूर जाने के बाद तीनों युवकों ने मुंह में कपड़ा ठूंस दिया और सबौर ब्लॉक चौक स्थित एक कमरे में ले गए, वहां तीनों ने रातभर दुष्कर्म किया.
इस मामले में थानेदार राजीव कुमार ने यह जानकारी दी है कि 16 अप्रैल को उक्त लड़की ब्लॉक चौक के पास मिली थी. उसके पास एक बक्सा भी था. उसे थाने लाया गया, वहां उसने अपनी मां पर मारपीट का आरोप लगाया. उसकी मां को खबर कर बुलाया गया और लड़की को उसे सौंप दिया गया. थानेदार राजीव कुमार ने यह भी कहा कि पीड़ित लड़की ने यह नहीं बताया था कि उसके साथ रेप हुआ है. उनके मुताबिक अगर लड़की पहले यह बात देती कि उसके साथ यह सब हुआ है तो उसी समय मामला दर्ज कर लिया जाता और फिर उसका मेडिकल भी कराया जाता.