निजी संचार कंपनी आर.काम की मोबाइल सेवा बंद होने से परेशान 5 हजार मोबाइल उपभोक्ता अपना नम्बर 20 मार्च तक दूसरे कंपनी में पोर्ट करा सकते है। ट्राई के निर्देश पर आर.काम ने अपने डिस्ट्रीब्यूटरों को इसके लिए एप उपलब्ध कराया है। इस एप के जरिए ही वे उपभोक्ता को पोर्टिंग कोड उपलब्ध कराएंगे। पोर्टिंग कोड के लिए उपभोक्ता के पास पुराना सिमकार्ड होना आवश्यक है।
दरअसल रिलायंस कम्यूनिकेशन कंपनी ने अक्टूबर के अंतिम सप्ताह अपनी 2जी और थ्री जी सेवा बंद कर दी। जबकि ं30 नवम्बर को बंद करने की घोषणा की थी।अचानक सेवा बंद होने से गोरखपुर के 50 हजार मोबाइल धारकों के मोबाइल हैण्डसेट से नेटवर्क गायब हो गया। उपभोक्ता दूसरी कंपनी में नम्बर पोर्ट कराने लगे लेकिन पोर्टिंग कोड का संकट खड़ा हो गया। सूत्रों के मुताबिक निजी संचार कंपनियों ने आर.काम की मिली भगत से वीआईपी नम्बरों का पोर्टिंग कोड हासिल कर अपने उपभोक्ताओं को बेच दिया।
महानगर के 5 हजार उपभोक्ता अपना नम्बर पोर्ट कराने को दौड़ लगाते रहे, लेकिन लाख कोशिशों के बावजूद उन्हें पोर्टिंग कोड नहीं मिला। लिहाजा उनका नम्बर दूसरी कंपनी में पोर्ट नहीं हो पाया। कुछ उपभोक्ताओं ने ट्राई की वेबसाइट पर शिकायत दर्ज कराई। अब ट्राई ने आर.काम. के लिए गाईड लाइन जारी करके उपभोक्ताओं को 20 मार्च तक पोर्टिंग कोड मुहैया कराने का निर्देश दिया है। कंपनी ने प्रदेश के सभी जनपदों के मुख्य डिस्ट्रीब्यूटरों को एप देकर अबतक पोर्टिंग से वंचित उपभोक्ताओं को कोड मुहैया कराने का निर्देश दिया है।
आर.काम. के उपभोक्ताओं को यहा मिल रही सुविधा
मंगलम टावर स्थित आर.काम के डिस्ट्रीब्यूटर सेलवन वर्ल्ड के मालिक समीर राय ने बताया कि कंपनी ने पोर्टिंग कोड देने के लिए एप दिया है। उपभोक्ता जब अपना पुराना सिमकार्ड लेकर आएंगे तो उन्हें पोर्टिंग कोड मिलेगा। एप में मोबाइल नम्बर के साथ ही सिमकार्ड का नम्बर दर्ज करने पर ही कोड जनरेट होकर उपभोक्ता के मोबाइल नम्बर पर जा रहा है। तीन मार्च से अबतक 895 उपभोक्ताओं को पोर्टिंग कोड जारी किया गया है। वे दूसरी कंपनी में नम्बर पोर्ट कराकर मोबाइल इस्तेमाल कर रहे है। आगामी 20 मार्च तक उपभोक्ताओं के पास नम्बर पोर्ट कराने का अंतिम मौका है।