रांची में ठेकेदार बनकर लेवी का पैसा पहुंचाने गई पुलिस की दलादली के नवाटोली में शाम अपराधियों से मुठभेड़ हो गई। दोनों ओर से करीब दर्जनभर गोलियां चलीं। एक अपराधी अरुण को बाएं हाथ में गोली लगी। पुलिस ने अरुण के साथ दूसरे अपराधी विक्रम डोम को गिरफ्तार कर लिया है। अरुण को रिम्स में भर्ती कराया गया है।
पुलिस के मुताबिक, दोनों अपराधियों ने सैनिक माइनिंग एंड एलाइड सर्विस से हर महीने 50 हजार रुपए की लेवी मांगी थी। कंपनी के जीएम नारायण सिंह ने 4 अक्टूबर को खलारी थाने में एफआईआर दर्ज कराई। नारायण के मुताबिक दोनों अपराधियों ने मोबाइल से फोन किया था। कहा था कि वह अमन श्रीवास्तव गैंग से है। हर महीने पैसे देने होंगे। नहीं तो हत्या कर दी जाएगी। इसके बाद अपराधियों ने कई बार धमकी भरा फोन किया।
गुरुवार पुलिस ने नारायण सिंह से अपराधियों को फोन कराया कि हर महीने पैसे मिल जाएंगे। इस महीने का पैसा कहां पहुंचाना है। अपराधियों ने उन्हें पैसे लेकर रातू थाना क्षेत्र के दलादली के नवाटोली में बुलाया।
गोली लगने के बाद भी भाग गया अरुण, अस्पताल से पकड़ाया
– एसएसपी के मुताबिक नवाटोली में पुलिस को सादे लिबास में तैनात कर दिया गया। दो पुलिसकर्मियों को पैसे लेकर अपराधियों के पास भेजा गया। पुलिस के पहुंचते ही अपराधियों को शक हो गया कि वे पुलिसकर्मी हैं।
– दोनों ने फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की। इसमें अरुण के बाएं हाथ में गोली लग गई। इसके बाद भी वह बाइक लेकर फरार हो गया। पुलिस ने मौके से विक्रम को पकड़ लिया।
– उससे एक पिस्टल, तीन गोलियां और दो खोखे मिले। पुलिस ने वायरलेस पर सूचना दी कि एक अपराधी को गोली लगी है। वह अस्पताल जाएगा। सभी थानेदार अस्पताल चेक करें।
– पंडरा पुलिस देवकमल अस्पताल पहुंची तो वहां अरुण इलाज करा रहा था। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। अरुण सीसीएल का कर्मचारी है। रंगदारी मामले में वह तीन बार जेल जा चुका है। वहीं विक्रम हत्या और रंगदारी समेत कई मामलों में पांच बार जेल जा चुका है।