सऊदी: सुरक्षा अधिकारियों की जानकरी के अनुसार सऊदी नेतृत्व वाले गठबंधन द्वारा समर्थित सैनिकों और हुती विद्रोहियों के बीच यमन में ज़बरदस्त लड़ाई हुई है, जिसमें 600 लोगों की मौत हो गयी है. इसमें दोनों पक्षों के लोग शामिल है. इस युद्ध को तीन साल की सबसे बड़ी लड़ाई मानी जा रही है. सऊदी नेतृत्व वाले गठबंधन द्वारा समर्थित सरकारी बलों के पश्चिमी तट के साथ आने बढ़ते हुए ईरान-समर्थित हुती विद्रोहियों से लड़ाई की बात सामने आ रही है. याद रहे कि हुती विद्रोहियों ने अब तक सऊदी पर कई बड़े हमले किये है. उसके बाद भी दोनों पक्षों की लड़ाई बढ़ती ही जा रही है क्योंकि सरकारी सेना ने होदेदाह के लाल सागर बंदरगाह को बंद कर दिया है, जो एक महत्वपूर्ण जीवन रेखा है, जिसके माध्यम से खाना और दवा यमन में प्रवेश किया जाता है.
सैन्य सूत्रों का हवाला देते हुए सेना की सितंबर डॉट नेट वेबसाइट ने लिखा है कि सेना ने पिछले सात दिनों में लड़ाई और गठबंधन छापे में कम से कम 250 हुती सदस्य मारे गए है. वेबसाइट ने कहा कि मौत में 20 विद्रोही क्षेत्र कमांडरों शामिल थे. संघर्ष के दौरान कुल 143 हुती विद्रोहियों को सेना की हिरासत में ले लिया गया. वहीं हुती विद्रोहियों ने अभी तक इन दावों पर टिप्पणी नहीं की है.
नाम न छापने की शर्त पर बोलने वाले गवाहों ने कहा कि लड़ाई ने दर्जनों परिवारों को अपने घर छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया है. पिछले हफ्ते, हुतियों ने अल-हुदायदा प्रांत में एक हमले में 70 से अधिक यमेनी सैनिकों की हत्या कर दी थी, लेकिन एक यमेनी सैन्य कमांडर ने कहा कि केवल 19 सैनिक मारे गए थे.
अमेरिका के राज्य सचिव माइक पोम्पो ने सोमवार को यह कहा कि USA द्वारा यह संघर्ष के सभी दलों से आग्रह आग्रह किया जाता है कि यमन लोगों के लिए मानवीय पहुंच सुनिश्चित की जाए. माइक पोम्पो ने यमन में आने वाली सहायता के लिए बंदरगाह को खोलने की भी मांग की है.