इलेक्ट्रिक कारों पर राज्य सरकार रोड टैक्स में 50 प्रतिशत की छूट देगी। यदि 10 लाख का इलेक्ट्रिक वाहन है तो 50 हजार से अधिक की छूट मिल जाएगी। साथ ही इन वाहनों की नंबर प्लेट पर्यावरण सुरक्षा को दर्शाने वाले हरे रंग की होगी।
प्रदूषण मुक्त परिवहन को बढ़ावा देने और प्रदूषण मुक्त शहर की सोच के साथ गुरुवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा इलेक्ट्रिक कार से अपने निवास, एक अणे मार्ग से विधानसभा पहुंचने के साथ ही राज्य में इलेक्ट्रिक कारों के परिचालन की विधिवत शुरुआत हो गई। शुरुआती दौर में परिवहन विभाग ऊर्जा मंत्रालय की कंपनी एनर्जी इफिसिएंसी सर्विसेज लिमिटेड (ईईएसएल) से छह इलेक्ट्रिक कारें लीज पर लेगा। इसके बाद जरूरत के अनुसार इलेक्ट्रिक कारों की खरीद अन्य विभागों में के लिए की जाएगी।
इलेक्ट्रिक कार की परिचालन लागत डीजल और पेट्रोल से काफी कम है। मात्र 80 पैसे प्रति किलोमीटर के खर्च पर यात्रा की जा सकती है। एक बार चार्ज कराने के बाद 142 किलोमीटर तक यात्रा कर सकते हैं। गाड़ी की बैटरी मात्र 50 मिनट में फुल चार्ज हो जाएगी। इसकी रफ्तार अधिकतम 120 किलोमीटर प्रति घंटे की है।
इलेक्ट्रिक कार के लिए शहर के महत्वपूर्ण इलाकों में चार्जिंग स्टेशन स्थापित किये जाएंगे। चार्जिंग स्टेशन के लिए जगह चिन्हित की रही है। प्रथम चरण में मुख्य सचिवालय, विश्वेश्वरैया भवन के सरकारी वाहन के लिए चार्जिंग स्टेशन बनेंगे। इलेक्ट्रिक वाहनों की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें ध्वनि प्रदूषण नहीं के बराबर होता है। इसमें आवाज बिल्कुल नहीं होती। साथ ही वायु प्रदूषण के मामले में भी यह किसी भी प्रकार के प्रदूषण को बढ़ावा नहीं देता है।
- इलेक्ट्रिक वाहन के फायदे
- वायु व ध्वनि प्रदूषण शून्य
- ईंधन की बचत
- कम लागत में अधिक दूरी की यात्रा
- पर्यावरण के अनुकूल
- ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में कमी
- एसी चलाने पर भी वाहन के पावर में कोई कमी नहीं
- बैट्ररी बदलने की जरूरत नहीं