कश्मीर में धारा 370 और 35a हटाने के मामले में जमकर सियासत हो रही है. एक तरफ जहां लाखों लोग सरकार का समर्थन कर रहें हैं तो वहीं कांग्रेस के कुछ नेता सरकार के इस कदम को गलत ठहरा रहे हैं.
जबकि कश्मीर के कई नेताओं ने इस दौरान नजरबंद करने का आरोप भी लगाया है. इन नेताओं में से एक फारुख अब्दुल्ला भी हैं. जिन्होंने गृह मंत्री अमित शाह पर खुद को नजबंद करवाने और झूठ बोलने का आरोप लगाया है.
हालांकि नजरबंद किये गए नेताओं में नेशनल कांफ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला का नाम नहीं था, लेकिन अब उनका बयान आया कि केंद्र सरकार द्वारा उन्हें भी नजरबंद किया गया.
इस पर फारुख अब्दुल्ला ने श्रीनगर में कहा, ‘गृहमंत्री संसद में झूठ बोल रहे हैं कि मुझे हाउस अरेस्ट नहीं किया गया है. मैं क्यों अपने घर के अंदर रहूंगा जबकि मेरा राज्य जल रहा है, जबकि मेरे लोगों को जेल में डाला जा रहा है, यह वो भारत नहीं है, जिसपर मेरा यकीन था. जैसे ही गेट खुलेगा हमारे लोग बाहर होंगे, हम लड़ेंगे, हम प्रदर्शन करेंगे. हम शांतिपूर्ण प्रदर्शन में यकीन करते हैं. वे हमारी हत्या करवाना चाहते हैं, मेरा बेटा उमर भी जेल में है.’
फारुख अब्दुल्ला के इस आरोप को गृह मंत्री ने खारिज किया है. अमित शाह ने लोकसभा में कहा, “मैं तीसरी बारत यह स्पष्ट कर रहा हूं कि फारुख अब्दुल्ला जी अपने घर में हैं और वे हाउस अरेस्ट नहीं हैं और ना ही उन्हें हिरासत में लिया गया है. वे स्वस्थ हैं और मौज-मस्ती में हैं. उन्हें बाहर नहीं आना है, तो गन कनपटी पर रखकर हम बाहर नहीं ला सकते हैं.”
बता दें कि जम्मू-कश्मीर बिल पर चर्चा शुरू होने के कुछ समय पहले ही राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) की नेता सुप्रिया सुले ने फारूक की गैर-मौजूदगी को लेकर सवाल उठाया था।
इस पर शाह ने अपना पक्ष रखा.