बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव को दुमका कोषागार से अवैध निकासी से संबंधित चारा घोटाला मामले में बुधवार को कोर्ट में पेश किया गया. लालू सहित अन्य आरोपियों की पेशी सीबीआइ के विशेष न्यायाधीश शिवपाल सिंह की अदालत कोर्ट में विडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से हुई हुई. कोर्ट में में लीगल प्वाइंट पर बहस किया गया.
लालू यादव ने खुद कोर्ट के समक्ष अपना पक्ष रखा. लालू ने न्यायाधीश से पूछा हुजूर कब तक जजमेंट दीजिएगा? कृपया जल्दी जजमेंट दिया जाए. इस बार थोड़ा बढ़िया से लिखिएगा हुजूर. होली तो जेल में ही बीतेगा. सुनवाई खत्म होने के दौरान लालू ने कहा हुजूर होलिका के साथ आपके दुश्मनों का भी नाश हो जाए.
लालू ने यह भी कहा कि तत्कालीन एजी टीएन चतुर्वेदी को भी इस मामले में आरोपी बनाया जाए. कोर्ट ने पूछा वो अभी जीवित हैं या नहीं. इसपर लालू ने कहा मुझे फंसाने के इनाम में बीजेपी वालों ने उन्हें राज्यसभा भेजा है. इससे पहले भी लालू ने कोर्ट से शीघ्र निर्णय का अनुरोध किया. कोर्ट में लालू ने कहा, होली के पहले जजमेंट कर दीजिए सर, कम से कम हम लोग होली तो मना लेंगे. जज ने कहा कि जल्द ही फैसला होगा. आपसे गलती यह हुई है कि आप अच्छे-अच्छे अफसर नहीं रखते थे.
लालू ने कहा कि सिस्टम बहुत गड़बड़ है सर. जज ने कहा कि आप लोग चाहेंगे तो सब सिस्टम ठीक होगा. लालू ने कहा कि देवघर मामले में आपने जो जजमेंट दिया है, उससे आपका बहुत नाम हुआ है. जज ने कहा कि मेरा नाम नहीं, लालू प्रसाद के चलते नाम हुआ है. इस पर लालू ने कहा कि तबो त रहम करिये सर.