महिलाओं के सामाजिक, शैक्षिक एवं आर्थिक सशक्तीकरण तथा उनके समानता के अधिकार को सुदृढ़ करते हुये उन्हें विकास की मुख्यधारा से जोड़ने हेतु राज्य सरकार ने विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन के साथ-साथ अनेक नीतिगत पहल की है। मुख्यमंत्री सचिवालय संवाद सभाकक्ष में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की विशेष बैठक में बालिकाओं के संरक्षण-स्वास्थ्य-शिक्षा-स्वावलंबन पर आधारित मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना पर मुहर लगाई गई। यह योजना राज्य की सभी कन्याओं को जन्म से लेकर स्नातक होने के लिये होगी। इस योजना का लाभ परिवार के दो बच्चों तक सीमित रहेगा। मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजनान्तर्गत समाज कल्याण विभाग द्वारा कन्या शिशु के जन्म पर माता/ पिता/ अभिभावक के बैंक खाते में रूपये 2000 देने का प्रावधान है। साथ ही एक वर्ष पूरा होने तथा आधार पंजीयन कराने पर माता/ पिता/ अभिभावक के बैंक खाते में रूपये 1000 देने का प्रावधान किया गया है।
टीकाकरण के लिए मिलेंगे दो हजार रुपये
स्वास्थ्य विभाग द्वारा दो वर्ष की आयु पूर्ण होने पर कन्या के सम्पूर्ण टीकाकरण कराने पर माता/ पिता/ अभिभावक के बैंक खाते में रूपये 2000 रुपये देने का प्रावधान है, जबकि शिक्षा विभाग द्वारा वर्ग 1-2 के लिये मुख्यमंत्री पोशाक योजना (बालिकाओं के लिए) के अन्तर्गत रूपये 400 की राशि को बढ़ाकर रूपये 600 किया गया है।
बालिका पोशाक योजना की राशि बढ़ी
इसी प्रकार शिक्षा विभाग द्वारा वर्ग 3-5 के लिए मुख्यमंत्री पोशाक योजना (बालिकाओं के लिए) के अन्तर्गत रूपये 500 की राशि को बढ़ाकर रूपये 700 किया गया है। वर्ग 6-8 के लिए मुख्यमंत्री बालिका पोशाक योजना के अन्तर्गत 700 रुपये की राशि को बढ़ाकर रूपये 1000 किया गया है। वर्ग 9-12 के लिए बिहार शताब्दी मुख्यमंत्री बालिका पोषाक योजना के अन्तर्गत रूपये 1000 की राशि को बढ़ाकर रूपये 1,500 किया गया है।
किशोरी स्वास्थ्य योजना की राशि में भी बढ़ोतरी
मुख्यमंत्री किशोरी स्वास्थ्य कार्यक्रम में (सैनेटरी नैपकीन के लिए) 150 रुपये की राशि को बढ़ाकर 300 रुपये किया गया है। ये राशि वर्ग 7-12 की बालिकाओं को देय होगी। मुख्यमंत्री बालिका (इन्टरमीडिएट) प्रोत्साहन योजना के तहत अविवाहित इन्टरमीडिएट उतीर्ण बालिकाओं को 10,000 रुपये दिए जाएंगे एवं मुख्यमंत्री बालिका (स्नातक) प्रोत्साहन योजना के तहत स्नातक उतीर्ण बालिकाओं को 25,000 रुपये दिए जाएंगे।
कन्या के जन्म से स्नातक तक 54 हजार देगी सरकार
इस प्रकार समेकित रूप से एक कन्या को जन्म से स्नातक होने तक कुल 54,100 रुपये तक मिल सकेगा। इस योजना का कार्यान्वयन समाज कल्याण विभाग, शिक्षा विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग के द्वारा किया जायेगा। प्रोत्साहन राशि का भुगतान लाभार्थी को डीबीटी के माध्यम से उनके बैंक खाते में किया जायेगा।
मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना पर प्रति वर्ष 2,221 करोड़ रुपये से अधिक राशि व्यय कर लगभग एक करोड़ 60 लाख कन्याओं को लाभान्वित करने का अनुमान है।
बैठक में लिए गए अन्य फैसले
इसके अतिरिक्त कैबिनेट की बैठक में अन्य तीन निर्णय भी लिये गये। मुख्यमंत्री सामाजिक सहायता एवं प्रोत्साहन छात्र योजनाओं के तहत बिहार निशक्तता पेंशन योजना में आंशिक संशोधन करते हुये वैसे तेजाब पीड़ित के मामले में जो बिहार का मूल निवासी हो या तेजाब हमला की घटना बिहार में हुई हो, को पेंशन देने हेतु दिव्यांगता की न्यूनतम अर्हता 40 प्रतिशत की शर्त विलोपित करने की स्वीकृति का निर्णय लिया गया।
इसके अतिरिक्त केन्द्र प्रायोजित अम्ब्रेला आइसीडीएस तथा एनएसएपी स्कीम में ससमय केन्द्रांश मद की राशि प्राप्त नहीं होने से योजना का कार्य बाधित हो जाने के कारण कार्य हित में केन्द्रांश मद की राशि की प्राप्ति की प्रत्याशा में उदव्यय/ बजट उपबंध के अन्तर्गत राज्यांष मद की राशि की निकासी एवं व्यय हेतु निर्णय लिया गया।
समेकित बाल विकास छूत्र योजनान्तर्गत राज्य योजना से ऑगनबाड़ी केन्द्रों के बच्चों के लिये पोशाक योजना में प्रति लाभार्थी देय राशि 250 रुपये से बढ़ाकर 400 रुपये करने की स्वीकृति करने का निर्णय भी लिया गया।
इनपुट:JMB