भागलपुर से सटे बांका में डायवर्जन के नदी में बह जाने से जिला मुख्यालय से संपर्क टूट गया है। शनिवार को चांदन नदी में डायवर्जन के बह जाने के बाद लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। आवाजाही ठप होने के कारण लोग जिला मुख्यालय तक पहुँचने में असमर्थ है।
तेज बहाव के कारण डायवर्जन का करीब 500 मीटर हिस्सा नदी में समा गया है। इस वजह से जहां बांका दो भागों में विभक्त हो गया है तो वहीं बांका से ढाकामोड़ होते हुए झारखंड से संपर्क भी टूट गया है। डायवर्जन बह जाने के वजह से चार प्रखंडों के करीब 10 लाख लोगों जिला मुख्यालय तक नहीं पहुंच पा रहें हैं। तीन दिनों से हो रही बारिश के कारण नदी का जलस्तर भी बढ़ गया है।
चांदन नदी में पर डायवर्जन टूटने की सूचना मिलने के बाद कई अधिकारी मौके पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया। बांका एसडीओ मनोज चौधरी ने इस मामले में यह कहा है कि ‘डायवर्जन को दुरूस्त करने का प्रयास जारी है। पानी के तेज बहाव के कारण समय लग सकता है। जलस्तर कम होने पर डायवर्जन चालू कर दिया जाएगा।’
बताते चलें कि इससे पहले करीब डेढ़ साल पहले चांदन नदी पर बना पुल क्षतिग्रस्त हो गया था। जिसके बाद विधानसभा चुनाव के दौरान यहां डायवर्जन के निर्माण किया गया था। जिसके बाद पुल पर आवागमन चालू कराया गया था। लेकिन शनिवार को डायवर्जन बह जाने के वजह से एक बार फिर से आवागमन ठप हो गया है। चांदन नदी पर बना यह पुल बांका का लाइफलाइन कहा जाता है।