सुप्रीम कोर्ट के चार जजों की बातों प्रेस कांफ्रेस से देश की सियासत गर्म हो गई है. कहा जा रहा है कॉन्फ्रेंस के मामले में पीएम ने कानून मंत्री से बात की है. जिन चार जजों ने प्रेस कांफ्रेंस बुलाई, उसमें जस्टिस जे चेलामेश्वर, जस्टिस रंजन गोगोई, जस्टिस मदन बी लोकुर और जस्टिस कुरियन जोसेफ शामिल रहे. ये प्रेस कांफ्रेंस जस्टिस चेलामेश्वर के घर पर बुलाई गई थी. जिसमें यह आठ बातें कही गई:
1. ये देश के इतिहास में असाधारण घटना है. ये देश के संविधान के इतिहास की असाधारण घटना है
2. बेहतर लोकतंत्र का आधार स्वतंत्र न्याय व्यवस्था होती है, बगैर इसके लोकतंत्र सुरक्षित नहीं रह सकता
3. सुप्रीम कोर्ट का प्रसाशन काम नहीं कर रहा. पिछले कुछ महीनों में कई ऐसी बातें हुई हैं
4. हमारे सामने और कोई चारा बचा नहीं था कि हम सीधे देश से रू-ब-रू हों
5. हमने मिलकर मुख्य न्यायाधीश को हालात के बारे में बताने की कोशिश की, जिससे जरूरी कदम उठाए जा सकें लेकिन हम नाकाम रहे. हम चारों इस बात को लेकर आश्वस्त थे कि लोकतंत्र को जिंदा रखने के लिए एक पारदर्शी जज और न्याय व्यवस्था की जरूरत है
6. हम इसे लेकर आज सुबह सीजेआई से मिले लेकिन उन्हें समझाने में सफल नहीं हो पाए.
7. हमने देश में बहुत से बुद्धिमान लोगों को देखा है लेकिन हम नहीं चाहते कि 20 साल बाद बुद्धिमान लोग हमसे इस बारे में बोलें कि हम चारों ने अपनी आत्मा बेच दी थी. ये हमारी जिम्मेदारी थी कि हम देश को इस बारे में बताएं और हमने ऐसा किया.
8. हम महाभियोग लगाने वाले नहीं होते.(जब पूछा गया कि क्या मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्र के खिलाफ महाभियोग लाया जाना चाहिए)