सृजन घोटाले के मामले में कई लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है, लेकिन सीबीआइ की गिरफ्त से अब तक सृजन की सर्वेसर्वा रही स्व. मनोरमा देवी के स्वजन बचते रहे हैं। सीबीआइ ने तमाम स्वजनों के मोबाइल नंबरों को सर्विलांस पर ले रखा है। मनोरमा के पुत्र व सृजन घोटाले के मास्टरमाइंड अमित कुमार का मोबाइल टावर लोकेशन गाजियाबाद में पाया गया।
घोटाले के कुछ दिनों के बाद से ही अमित और उसकी प}ी प्रिया अपने बच्चों के साथ रहस्यमय तरीके से गायब हो गई है। सीबीआइ ने कई बार इनके घर की तलाशी ली, लेकिन हर बार खाली हाथ लौटी। बीच में चर्चा थी कि अमित रांची में छिपकर रह रहा है। फिर यह बात भी सामने आई कि अपने निकटतम रिश्तेदारों के साथ वह नेपाल में शरण लिए हुए है। दो दिन पूर्व सीबीआइ को अमित का टावर लोकेशन गाजियाबाद में मिला। जब तक सीबीआइ वहां पहुंच पाती, अमित का मोबाइल बंद हो चुका था।
मनोरमा देवी के परिवार के अधिसंख्य सदस्य गाजियाबाद में ही रहते हैं। गाजियाबाद में ही कई घोटालेबाजों सहित मनोरमा देवी की बेटी और दामाद ने भी फ्लैट बुक करा रखे थे। जांच-पड़ताल के दौरान ईडी को इस बात का पता चला। ईडी ने इन फ्लैटों को जब्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी।
सीबीआइ सूत्रों का कहना है कि इस घोटाले की गुत्थी बहुत हद तक सुलझा ली गई है, लेकिन जब जक अमित और प्रिया पकड़े नहीं जाते, तब तक कई सवाल अनुत्तरित रह जाएंगे। इन दोनों की गिरफ्तारी के लिए इनके स्वजनों के मोबाइल नंबरों को सर्विलांस पर रखा गया है। जल्द ही मनोरमा देवी के पुत्र अमित और बहु प्रिया के सीबीआइ की गिरफ्त में आने की संभावना है।